दैनिक भास्कर ब्यूरो
कलीनगर-पीलीभीत। बराहीं गेस्ट हाउस जा रही माधोटांडा पुलिस की कार को बैरियर पर तैनात फॉरेस्ट गार्ड ने वन क्षेत्राधिकारी के निर्देश पर रोक लिया। फारेस्ट गार्ड का आरोप है कि कार रोकने से गुस्साए पुलिसकर्मियों ने मोबाइल छीन कर तमंचे के साथ फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दे डाली। मौके पर मौजूद वन कर्मचारियों से भी मारपीट की गई। पीलीभीत टाइगर रिजर्व में वन विभाग की बगैर अनुमति के प्रवेश वर्जित है। पीटीआर के बराहीं गेस्ट हाउस बैरियर पर फॉरेस्ट गार्ड की तैनाती की गई है। शुक्रवार देर शाम गेस्ट हाउस बैरियर पर फॉरेस्ट गार्ड अभिषेक ऋषि की ड्यूटी लगी हुई थी।
वनरक्षक को तमंचे के साथ फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी
वन क्षेत्राधिकारी के निर्देश थे कि बगैर अनुमति के वाहन प्रवेश न किए जाएं। देर शाम माधोटांडा पुलिस की कार बैरियर पर पहुंच गई। बराहीं वन क्षेत्राधिकारी के निर्देश में बैरियर पर तैनात फॉरेस्ट गार्ड ने कार को रोक लिया। उच्चाधिकारियों के आदेश का हवाला देने पर पुलिसकर्मियों ने फॉरेस्ट गार्ड से हॉक-टॉक शुरू कर दी। फॉरेस्ट गार्ड के विरोध के बाद पुलिस की कार वापस आ गई। पुलिसकर्मियों ने मामले की जानकारी माधोटांडा इंस्पेक्टर को दी। शनिवार दोपहर माधोटांडा इंस्पेक्टर पुलिस फोर्स के साथ बराहीं गेस्ट हाउस बैरियर पर पहुंच गए।
फॉरेस्ट गार्ड का मोबाइल छीनकर प्राइवेट वन कर्मचारीयों से मारपीट का आरोप
फारेस्ट गार्ड का आरोप है कि माधोटांडा इंस्पेक्टर सुरेन्द्र पाल कार को रोकने के बाद जबरन कार में बैठाकर थाने ले जाने लगे। मौके पर मौजूद प्राइवेट वन कर्मचारियों के विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने मारपीट शुरू कर दी। अभिषेक ऋषि फारेस्ट गार्ड का आरोप है कि पुलिस ने उसे तमंचे के साथ फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दी गई।
रेंजर के निर्देश पर फॉरेस्ट गार्ड ने रोकी थी पुलिस की गाड़ी
फॉरेस्ट गार्ड ने पूरे मामले की जानकारी पीटीआर डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल को दी है। इंसेट बयान- नवीन खण्डेलवाल, उपनिदेशक, पीटीआर। मामले की सत्यता को जानने के लिए एसडीओ को जांच के निर्देश दिये गए है और एसपी को आवगत कराया जा रहा है जो कार्रवाई होगी उसे लिखित में भी सामने लाया जायेंगा।