पीलीभीत। तहसील परिसर में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी व अखिल भारतीय किसान महासभा ने धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा है।
मंगलवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी व अखिल भारतीय किसान महासभा ने संयुक्त रूप से तहसील में पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।ज्ञापन में बताया कि शिकायतों के बाद भी पत्रों को प्रधानमंत्री आवास और राशन कार्ड का लाभ नहीं मिल पा रहा है।और पैसे बाले लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने देवरिया में हुई घटना पर रोष व्याप्त किया।
आरोप है कि सत्ता और दबंग गठजोड़ से गरीबों के लोकतांत्रिक संघर्ष के साथ भारी अन्याय हुआ है।देवरिया जिले के गांव में 1995 में दो व्यक्तियों की शहादत हुई थी।मामले में दो आरोपियों को बरी कर दिया गया। जबकि दूसरे पक्ष के 40 लोगों को दोषी करार देते हुए उनको जेल भेज दिया।जो राम किशोर वर्मा व छोटेलाल कुशवाहा भाकपा माले के कार्यकर्ता हैं।कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष के कारण झूठे मुकदमे में फंसाकर सजा कराई गई है।उन्होंने कहा कि मिर्जापुर जिले में कार्यकर्ता को जिला बदर किया गया।गाजीपुर आजमगढ़ में नेताओं पर झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं।इसके खिलाफ पार्टी के राज्यव्यापी प्रतिष्ठ दिवस के तहत उन्होंने इन घटनाओं पर गहरा रोष व्यक्त किया। इस दौरान अफरोज आलम, देवी दयाल, सहित कई लोग मौजूद रहे।