दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। गरीब और मध्य वर्ग की जमा पूंजी लेकर फरार चल रही कंपनियों से रुपए वापस मिलने की आस में हजारों लोग सड़कों पर भूखे प्यासे घूमने को विवश हैं, पूरे मामले में प्रशासन की अव्यवस्था सामने आ रही है। भविष्य के लिए जमा की गई पूंजी कंपनियों के हाथ सौंपने वाले हजारों लोग सड़कों पर बेबस और एक उम्मीद के साथ घूमते दिखाई दे रहे हैं। बड्स एक्ट 2019 के तहत हजारों लोग कंपनी, सोसाइटी, फार्म और कारपोरेशन समूह में जमा की गई धनराशि को वापस पाने के लिए एक बार फिर सड़कों पर हैं।
जनपद में ऑफलाइन फार्म जमा करने की व्यवस्था की गई है जोकि पूरी तरह अव्यवस्थित और खामियों से भरी हुई है। कृषि भवन, जिला पूर्ति विभाग के पास लंबी लाइनें लगी हुई हैं और कचहरी से लेकर विकास भवन के मेन गेट पर इन लोगों से अवैध वसूली हो रही है। जमा किए गए रुपयों को पाने के लिए फोटोकॉपी का एक पन्ना रुपए 10 में बिक्री किया जा रहा है। इसके अलावा लाइन से अलग हटकर फार्म जमा करने के नाम पर सौ -दो सौ भी वसूल किए जा रहे हैं। प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के बीच दूरदराज से पहुंचने वाले लोग मजबूर होकर 50 पैसे के कागज को रुपए 10 में भी खरीद रहे हैं। फिलहाल खुलेआम होने वाली अवैध वसूली को भी अधिकारी नजरअंदाज कर रहे हैं।