पीलीभीत : वृक्षारोपण के नाम पर उद्यान विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार, मची खलबली

दैनिक भास्कर ब्यूरो

पीलीभीत। जिले में वृहद पौधा रोपण के नाम पर करोड़ों रुपए के घोटाले का मामला सामने आ सकता है। एक जिला पंचायत सदस्य के पत्र ने भ्रष्टाचार की परतें खोल दी हैं। शिकायत के बाद अधिकारियों में खलबली मची है और पूरे मामले की जांच मुख्य विकास अधिकारी के स्तर से शुरू की गई है।

जनपद में वृहद वृक्षारोपण के अंतर्गत वर्ष 2022-23 में 16 लाख रुपए की धनराशि आवंटित हुई थी, जिला पंचायत सदस्य अजय कुमार ने आरोप लगाया है कि उद्यान विभाग में 16 लाख रुपए को फर्जी बिन वाउचर के माध्यम से बंदर बांट कर लिया गया। इतना ही नहीं पौध उत्पादन ना होने से 3 लाख पौधा रोपण का लक्ष्य पूरा नहीं हो सका।

ड्रिप सिंचाई योजना के अंतर्गत 10 करोड़ से अधिक खर्च को दर्शाया गया, लेकिन किसानों के खेत तक कहीं भी मशीनरी नहीं पहुंची। जिला पंचायत सदस्य का आरोप है कि ड्रिप सिंचाई योजना पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई और भारी भरकम रकम को बंदर बांट कर लिया गया। पूर्व अधिकारी का ट्रांसफर हो जाने के बाद उद्यान विभाग से 50 लख रुपए का भुगतान किया गया। वृक्षारोपण के नाम पर नरेगा में भी भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाए गए हैं। शिकायतकर्ता जिला पंचायत सदस्य अजय कुमार ने मुख्य विकास अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह को पत्र देकर तीनों बिंदुओं पर जांच के बाद कार्रवाई की मांग की है।

बयान – धर्मेंद्र प्रताप सिंह सीडीओ।

मरौरी के जिला पंचायत सदस्य अजय कुमार ने शिकायती पत्र देकर उद्यान विभाग में गंभीर आरोप लगाए हैं। ट्रेजरी में भी फर्जी बिल भेजे जाने की शिकायतें मिल रही थी। मामले को गंभीरता से लेकर भ्रष्टाचार की जांच कराई जा रही है।

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