बिलसंडा ,पीलीभीत। मुख्यमंत्री आवास चयन प्रक्रिया में किस तरह से धांधली की जा रही है इसका अंदाजा लगाना ही मुश्किल है। अधिकारी पात्र और अपात्र का खेल कर रहे हैं।
ब्लॉक क्षेत्र की कई ऐसी ग्राम पंचायतें हैं जहां पर पक्के मकान वालों को आवास योजना के लिए पात्र किया जा रहा है, वहीं जिन लाभार्थियों के पास अपने कच्चे मकान भी नहीं है उन्हें अपात्र किया जा रहा है, यह खेल जिम्मेदार उन लोगों के साथ खेल रहे हैं जो कि पैसे देने में सक्षम नहीं है। ब्लॉक क्षेत्र में मुख्यमंत्री आवास चयन में अवैध वसूली का खेल जोरों शुरू है।
ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत मार निवासी परमाई लाल पुत्र बिहारी लाल ने बीडीओ को दिए गए शिकायती पत्र में बताया है कि वह एक पैर से दिव्यांग है और अत्यंत गरीब भी, मुख्यमंत्री आवास के लिए पात्र होने के बाद भी उसे योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
अगर आवास के लिए पात्र होने के बावजूद भी योजना का लाभ न मिलने से दिव्यांग पात्र व्यक्ति को दर-दर भटकना पड़ रहा है। जबकि मुख्य विकास अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह का सख्त निर्देश है कि मुख्यमंत्री आवास योजना के लिए दिव्यांगों का रजिस्ट्रेशन प्राथमिकता के साथ किया जाना है।