पीलीभीत। शहर की प्रमुख कॉलोनी में आम का बाग काटने के मामले में जिलाधिकारी ने तत्कालीन डीएफओ और जिला उद्यान अधिकारी के खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेज दी है। किसके साथ ही आम के बाग पर मालिकाना हक जाता रही महिला के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश दिए गए हैं।
विगत 19 दिसंबर को शहर की निरंजन कुंज कॉलोनी में एक बड़े आम के बाग को लकड़ी माफिया से मिलकर काट दिया गया था। हरे भरे आम के पेड़ों के कटान की सूचना सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार सिंह को मिलने के बाद आनन-फानन में की गई कार्रवाई के दौरान एक महिला ने पेड़ों के कटान का परमिट दिखाकर अधिकारियों को गुमराह किया था।
इसके बाद मामले में जांच शुरू हुई तो भ्रष्टाचार की परतें खुलकर सामने आ गई। हरे भरे के बाग को काटने के मामले में उपनिदेशक पीलीभीत टाइगर रिजर्व नवीन खंडेलवाल सहित अन्य अधिकारियों ने भी जांच करते हुए रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप थी। करीब 12 दिन के बाद अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर जिला अधिकारी ने तत्कालीन डीएफओ सामाजिक वानिकी संजीव कुमार व जिला उद्यान अधिकारी बाली शरण को दोषी मानते हुए सस्पेंड कर दिया है
कार्रवाई की संस्तुति करते हुए शासन को रिपोर्ट भेज दी है। इनके अलावा रामेश्वर दयाल सहायक उद्यान निरीक्षक का नाम भी शामिल किया गया है। इतना ही नहीं मामले में आम के बाग का परमिशन लेने वाली महिला के खिलाफ अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रोहित को एफआईआर करने के निर्देश दिए गए हैं।