पीलीभीत। जिला कारागार में एक कैदी ने सजा होने के डर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जेल के अंदर शौचालय में आत्महत्या कर लेने से जिला प्रशासन में हड़कंप मचा रहा। जिला कारागार के अधिकारियों की मौजूदगी में बंदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
थाना पूरनपुर क्षेत्र के गांव सिमरिया का रहने वाला सुखविंदर पुत्र तिलक राम 7 फरवरी को जिला कारागार लाया गया था। बताया जा रहा है कि 19 तारीख को न्यायालय में जाने के दौरान सजा होने की बात सुनकर कैदी ने मंगलवार को दोपहरी में शौचालय के अंदर जाकर गमछा गले में डालकर फांसी पर झूल गया। सुखविंदर के काफी देर तक बाहर न आने पर जिला कारागार के प्रहरियों ने शौचालय में झांक कर देखा तो फांसी पर झूल रहे बंदी को लेकर सनसनी फैल गई। मामले की सूचना डिप्टी जेलर राघवेंद्र वर्मा को दी गई और उसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों को सूचित किया गया। बंदी की मौत के बाद जिला कारागार में हड़कंप मचा रहा और मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर देवेंद्र कुमार सिंह व सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी की मौजूदगी में मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। प्रकरण में मृतक के परिवार को सूचना दी गई। बंदी 7 फरवरी को दुराचार और पोक्सो एक्ट के गंभीर मामले में जेल भेजा गया था। फिलहाल परिवार की ओर से कार्रवाई के लिए कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया गया है।
इंसेट बयान – राघवेंद्र वर्मा डिप्टी जेलर।
बंदी पहले भी 4 साल तक जेल में रहा है और 7 फरवरी को दोबारा से जेल में भेजा गया था। मंगलवार को गमछे से फांसी लगा ली है, मृतक का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।