दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। पूरनपुर बाघ की चहलकदमी से लोग डर के साये में जीने के लिए मजबूर है। वन विभाग की उदासीनता से लगातार मानव वन्यजीवो के टकराव की घटना भी लगातार बढ़ती जा रही है। बांसखेड़ा के करीब एक बाग़ मे बाघ दिख जाने से आसपास के गाँवों के हजारों की संख्या मे भीड़ इकट्ठी हो गई। रविवार को सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बाग के चारों तरफ जाल फेंसिंग कर दी, बाघ को पकड़ने के लिए टीम जुट गई। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल सहित माला रेंज के एसडीओ भी मौके पर पहुंच गये।
पीटीआर के अफसर करते रहे हीलाहवाली
बाघ को नशीला डार्ट मारने के बाद भी अनुभवहीन कर्मचारी पूर्णता असमंजस की स्थिति में दिखे की बाघ ट्रेंकुलाइजर के निशाने का शिकार हुआ है या नहीं कुछ समय बाद बाघ होश में आ गया। बाघ दहाड़ने लगा और शाम हो चुकी थी। सोमवार की सुबह ट्रेंकुलाइज करने की बात कहकर चले गए और सामाजिक वानकि की टीम रात भर निगरानी करती रही, लेकिन चार बजे तक ट्रेंकुलाइज टीम मौके पर नहीं पहुंची थी।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने बताया कि बांसखेड़ा में बाग में घातक वन्य जीव देखे जाने की सूचना मिली है। जिस पर वन विभाग की टीम ने बाग़ की घेराबंदी करते हुए जाल से फेंसिंग कर दी है। साथ ही ट्रेंकुलाइजर गन के साथ बाघ को पकड़ने की कोशिश जारी है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।