दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। पूरनपुर में सेहरामऊ पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। एक दिन पूर्व घर में दबिश देने घुसी पुलिस ने जमकर तांडव मचाया। इतना ही नही पुलिसकर्मियों ने घर मे रखा सामान भी तोडफ़ोड़ दिया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने युवती व महिला की पिटाई भी लगाई थी। युवती ने बताया कि इंस्पेक्टर ने युवती के गर्दन पर पैर रख दिया। जिससे युवती की हालत बिगड़ गई। हालत बिगड़ने पर युवती को इलाज के लिए परिजन एम्बुलेंस से सीएचसी ले गए। युवती का प्राथमिक उपचार करने के बाद युवती की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस मारपीट की घटना से साफ इंकार कर रही है। एक दिन पूर्व मामले की तहरीर भी सीओ को दी गई है। जिसकी पुलिस क्षेत्राधिकारी जांच कर रहे हैं। पुलिस की इस अमानवीयता का पूरा मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
एम्बुलेंस से युवती को सीएचसी लेकर पहुंचे परिजन
थाना क्षेत्र के गांव केसरपुर निवासी महिला अफसीर जहां ने सीओ को दी हुई तहरीर में बताया है कि सेहरामऊ इंस्पेक्टर पुलिस टीम के साथ शुकवार की रात करीब 12 बजे उसके घर पहुँचे थे। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने गाली गलौज करते हुए दरवाजा खोलने की बात कही, दरवाजा खोलने से पहले ही एसओ और पुलिसकर्मी दरवाजा तोड़कर घर में घुस गए। सबसे पहले घर की बिजली काट दी। जिससे घर मे अंधेरा हो गया। युवती को बाल पकड़कर घसीटते हुए बरामदे तक ले आए। इसके बाद युवती को जमीन पर गिराकर लात घूसों और थप्पड़ों से युवती की जमकर पिटाई की। इतना ही नही एसओ के साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने घर मे मौजूद महिलाओं व बच्चों के साथ भी जमकर मारपीट की।
घर में रखा इन्वर्टर, बैट्रा व चारपाई सहित हजारों रुपये के कीमती सामान को पुलिसकर्मियों ने तोड़फोड़ कर तहश नहस कर दिया। उसके बाद युवती की हालत बिगड़ गई। परिजन युवती को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद पूरनपुर पहुँचे। प्राथमिक उपचार करने के बाद हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।
बयान- मदन मोहन चतुर्वेदी थाना प्रभारी निरीक्षक
अपराधियों के सत्यापन का अभियान चल रहा है, पुलिस किसी महिला के साथ मारपीट क्यो करेगी। पुलिस पर आरोप निराधार है, गोतस्करी में लिप्त महिला को मोहरा बना रहे है। लेकिन पुलिस कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगी।