दियोरिया कलां, पीलीभीत। मानसून की पहली बारिश शुरू होते ही ग्राम पंचायतों में हुए विकास कार्य की पोल खुलकर सामने आने लगी है।
ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की जाती है और विकास कार्य में सारा बजट खर्च भी किया जाता है। लेकिन फिर भी पहली मानसून की बारिश शुरू होते ही सड़कें तालाब में तब्दील हो जाती हैं। पंचायतों में विकास कार्यों के लिए आया बजट कहां पर खर्च किया जाता है यह तो ग्राम पंचायत के प्रधान और सचिव ही बता सकते हैं।
बरखेड़ा विकास खंड की ग्राम पंचायत पैनियां हिम्मत में पहली मानसून बारिश शुरू होते ही गांव का मुख्य तिराहा पहली मानसून बारिश शुरू होते ही तालाब में तब्दील हो गया। ग्रामीण लीलाधर मौर्य ने बताया कि ग्राम प्रधान ने इस तिराहे पर जो नाली निर्माण कराया है उसे इतना ऊंचा बना है कि नाले से बारिश का पानी नहीं निकल रहा है। रेवाराम मौर्य ने बताया कि प्रधान को इस तिराहे पर मिट्टी डलवाकर सड़क को ऊंचा करना चाहिए तो यहां से जलभराव समाप्त हो सकता है।
विजय बहादुर मौर्य ने बताया कि प्रधान प्रतिनिधि ओमसरन मौर्य से नाला निर्माण कार्य से पहले सड़क ऊंची करने को कहा गया। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया है। पंचायत में विकास कार्य के लिए भरपूर बजट का आवंटन होता है। लेकिन लापरवाही के कारण मुख्य तिराहे पर जलभराव की समस्या से छुटकारा नहीं मिल पाया है।