पीलीभीत। श्रम विभाग और चाइल्ड लाइन की संयुक्त टीम ने भिक्षावृत्ति रोकने के लिए अभियान चलाकर बाल श्रमिकों को चिन्हित किया। अभियान के दौरान होटल ढाबा और रेस्टोरेंट में हड़कंप मचा रहा।
बुधवार को जहानाबाद कस्वां में श्रम विभाग ,चाइल्ड हेल्पलाइन, एवं एएचटीयू की टीम ने अभियान चलाया। अन्तर्रातीय बाल श्रम निषेध दिवस पर बालश्रम एवं बाल भिक्षावृति के विरुद्ध अभियान में कार्रवाई की गई। शहर में दुकानों, ढाबों,रेस्टोरेंट, सार्वजानिक आदि स्थानों से कुल 03 बाल श्रमिक चिन्हित किए गए। टीम ने प्रतिष्ठानों से मुक्त कराकर सेवायोजकों के विरूद्ध निरीक्षण टिप्पणी जारी की है। साथ ही बच्चों को बाल कल्याण समिति पीलीभीत के समक्ष प्रस्तुत किया। दुकानदारों को बालश्रम निषेध दिवस की जानकारी देते हुए बाल श्रम न कराने को कहा गया। चाइल्ड हेल्पलाइन परियोजना समन्वयक निर्माण सिंह ने बताया कि बच्चे देश के भविष्य हैं।
बच्चों से बाल श्रम करना दंडनीय अपराध है। बाल श्रम होने पर 1098 पर सूचना दे सकते हैं। बाल भिक्षावृत्ति के बारे में भी जागरूक किया गया। श्रम प्रवर्तन अधिकारी प्रियंका वर्मा ने बताया कि बालश्रम के अंतर्गत दोषी पाए जाने पर सेवायोजकों के विरूद्ध दो वर्ष तक की सजा और 50000 हजार रूपए तक का जुर्माना या दोनों से दण्डित किया जा सकता है।
माता पिता भी अपने बच्चों को व्यवसायिक कार्य में नहीं भेज सकते, उनके विरूद्ध भी दंडात्मक कार्यवाही का प्रावधान है। रेस्क्यू अभियान में श्रम प्रवर्तन अधिकारी प्रियंका वर्मा, नदीम चाइल्ड हेल्पलाइन परियोजना समन्वयक निर्वान सिंह, एएचटीयू थाना उपनिरीक्षक अमित शर्मा, रमा कांति, कान्सटेबल भानुप्रताप आदि मौजूद रहे।