पीलीभीत: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सालो से नहीं हुई  चिकित्साअधिकारी की तैनाती

गजरौला, पीलीभीत। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गजरौला इस समय अव्यवस्था का शिकार हो चुका है। यहां एक भी एमबीबीएस डॉक्टर न होने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल आए लोगों को बिना इलाज के वापस लौटना पड़ता है।

गजरौला में विभागीय अनदेखी के चलते प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बार्ड बाय के सहारे चल रहा है। पुलिस को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल जाना पड़ता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गजरौला के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाक्टर नरेश चन्द्र को लगभग 3 वर्ष पहले पीलीभीत जेल का चिकित्सा अधिकारी बना दिया था तब से अभी तक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोई चिकित्सा अधिकारी की तैनाती नहीं हो सकी।

बीएमएस महिला चिकित्सा अधिकारी संविदा कर्मी डॉक्टर निशा बैठ रही है। एमबीबीएस डॉक्टर की तैनाती न होने से सौ कदम पर मौजूद थाना गजरौला पुलिस को मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल पीलीभीत जाना पड़ता है। ग्रामीण डॉक्टर की तैनाती के लिए लंबे अरसे से मांग कर रहे हैं। जिससे सरकार की अपेक्षित स्वास्थ सेवाओं का लाभ मिल सके जिला मुख्यालय से अधिक दूरी होने के कारण ग्रामीण के इलाज के लिए एक स्वस्थ केंद्र है। नेशनल हाईवे से सटा होने के दुर्घटनाओं में घायलों को संजीवनी साबित हो सकता है।

फोटो सहित इनबॉक्स –

जसोदा देवी महिला ग्राम प्रधान गजरौला कला मुस्तकिल

मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मिलकर स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की तैनाती की मांग की गई डॉक्टर के अभाव से ग्रामीणों को इलाज के लिए मुख्यालय 20 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। यही ग्रामीणों को बेहतर इलाज मुहैया नहीं हो पा रहा है।

मनिंदर सिंह ग्राम प्रधान गजरौला कला सहराई दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र होने की वजह से दुर्घटना में घायलों को समय से इलाज न मिल पाने के कारण वह अपनी जान गवा देते हैं। डॉक्टर की तैनाती हो जाने से घायलों की जान बच जाएगी।

इंसेट बयान -डॉक्टर आलोक कुमार मुख्यचिकत्सा अधिकारी।

एक संविदा चिकित्सक अस्पताल में मौजूद है और शीघ्र ही एमबीबीएस डॉक्टर की तैनाती कराई जाएगी।

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