दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग के बावजूद सफाई कर्मचारियों को गुलामों की तरह अफसर बंगले और कोठियों पर रख रहे है। विभाग अध्यक्ष बदलते ही व्यवस्थाएं बिगड़ने लगती हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ और मामला अधिकारियों के बीच वर्चस्व बचाने का बन गया। फिलहाल अधिकारियों की इस लड़ाई में पटल सहायक का तबादला बीसलपुर कर दिया गया है। जनपद में तत्कालीन महिला डीपीआरओ के कार्यकाल के दौरान कलेक्ट्रेट और विकास भवन के बीच अनबन रही। इसके बाद आखिरकार महिला डीपीआरओ को जिले से ट्रांसफर कराना पड़ा। इधर, वाचस्पति झा के बाद नए डीपीआरओ सतीश कुमार ने जांर्च संभाला और एक बार फिर सफाई कर्मचारियों के बंटवारे को लेकर अधिकारियों में कलम की लड़ाई छिड़ते देखी जा रही है।
कलेक्ट्रेट और विकास भवन के बीच अधिकारियों में वर्चस्व की लड़ाई में फंसे सफाई कर्मी
कलेक्ट्रेट में कर्मचारियों की कमी के चलते करीब एक दर्जन से ऊपर सफाई कर्मचारियों को अधिकारियों की व्यवस्था में लगाया गया है। दूसरी ओर ग्राम पंचायतों से लगातार सफाई कर्मचारी के ना पहुंचने की शिकायतें मिलने के बाद 13 कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के बाद पटल सहायक पर विभागीय गाज गिरा दी गई। इसके बाद विकास भवन से हटाकर बीसलपुर के लिए तबादला कर दिया गया है। सफाई कर्मचारियों के बंटवारे का मामला फिलहाल चर्चा का विषय बन गया है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराना डीपीआरओ के लिए चुनौती साबित हो रहा हैं।