पीलीभीत। अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनी को चिन्हित करने के लिए रविवार को भी अधिकारियों की गाड़ियां दौड़ी और राजस्व लेखपाल व विनियमित क्षेत्र के अवर अभियंता ने स्थलीय निरीक्षण किया है। हालांकि मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप हो जाने के बाद टीम को बैरंग लौटना पड़ा है।
सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार सिंह की अगुआई में पिछले सप्ताह से लगातार अवैध कॉलोनियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। जिन कॉलोनियों में अनियमिताएं है उन पर कार्यवाही की जा रही है और नोटिस देने के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हो गई है। रविवार को इस कार्यवाही को लेकर आसाम चौराहे से लेकर रूपपुर कमालू तक आधा दर्जन अवैध कॉलोनियों को प्रशासन और पुलिस बल के साथ निरीक्षण कर स्थलीय जायजा लिया गया।
अवैध कॉलोनियों में अनियमिताएं मिलने पर उनको नोटिस देने की हिदायत दी गई। एक कॉलोनी में टीम पहुंचने के बाद बड़े नेता से फोन कराया गया और उसके बाद राजस्व लेखपाल आदि मौके से खिसक लिए। यह मामला चर्चा का विषय बना रहा। लेखपाल शैलेंद्र गंगवार ने बताया चिन्हित जगहों पर टीमों को लगातार अपने क्षेत्र में स्थलीय निरीक्षण कराया गया है और मौके पर पुलिस बल का सहयोग भी लिया गया है।
शनिवार को ही बुलडोजर कार्रवाई के बाद एक बार फिर भू माफियाओं में प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर खलबली मची हुई है। अवैध रूप से विकसित हो रही कॉलोनी में रुपए लगाने वाले पूंजीपति नेताओं की शरण ले चुके हैं और कार्रवाई को रोकने के लिए लगातार अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है। रविवार को टीम की कार्रवाई के दौरान एक माननीय के फोन पर हस्तक्षेप करने के बाद टीम को बैरंग होकर लौटना पड़ा है।