भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। गांधी स्टेडियम में विशाल किसान मेले का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मौजूद कृषि अधिकारियों व वैज्ञानिकों ने किसानों को उन्नत खेती करने के टिप्स दिये है।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अन्तर्गत संचालित कार्यक्रम में आम, अमरूद, लीची, पपीता एवं सब्जियों की खेती व टमाटर, शिमला मिर्च, फूल गोभी, पत्ता गोभी के अतिरिक्त पुष्प ग्लेडियोलस/गेदा आदि के साथ मसालों की खेती (हल्दी,लहसुन आदि) की वैज्ञानिक खेती करने पर जोर दिया।
सरकार पॉली हाउस के निर्माण पर प्रति लाभार्थी अनुमन्य क्षेत्रफल 4000 वर्ग मीटर तक देय है, जिसमें अनुमन्य इकाई लागत 710 रूपया के दर से पचास प्रतिषत अनुदान देय है। इसी प्रकार संचालित औद्यानिक उपकरण ट्रैक्टर 20 बीएचपी तक तीन लाख प्रति युनिट लागत के सापेक्ष सामान्य वर्ग के किसानों के लिए 25 प्रतिषत एवं लघु सिमान्त और अनु0 जाति एवं महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत अधिकतम एक लाख अनुदान मिलता है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अन्तर्गत कृषक उत्पादक समूह एवं महिला स्वयं सहायता समूह के लिए छोटे उद्योगों व ऑयल स्पेलर, आटा चक्की, बेकरी, पनीर, अचार मुरब्बा व जैगरी उद्योग आदि स्थापित करने को बैकों के मदद से परियोंजना प्रस्ताव का 35 प्रतिशत कुल रूपया 10 लाख अनुदान होने की जानकारी दी गई।
प्रभारी जिला उद्यान अधिकारी ने कृषि फसलों को सिंचाई का माध्यम ड्रीप एवं स्प्रिन्कलर का प्रयोग के लिए सुझाव दिया। कम लागत में अधिक उत्पादन के साथ-साथ श्रम एवं विद्युत के अतिरिक्त फसलों में उपयोग किये जाने वाले उर्वरक एवं दवा का प्रयोग भी कम होता है। इसके साथ-साथ खरपतवार कम होने से मुख्य फसल को पोषक तत्व एवं पानी समय से आवष्यकतानुसार मिलता रहता है। गोष्ठी में सुनील कुमार, आहरण वितरण अधिकारी, कार्यालय जिला उद्यान अधिकारी, कृषि विभाग के उप निदेषक कृषि संतोष कुमार सविता एवं जिला कृषि अधिकारी डा0 विनोद कुमार ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य विकास अधिकारी आदि आला अफसर मौजूद रहे।