दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। बीसलपुर में पशुओं का इलाज करने के नाम पर मोटी कमाई करने में जुटे झोलाछाप चिकित्सकों पर विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पशुपालकों की शिकायत पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने पशुओं का इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों की खोजबीन शुरू कर दी है। पशुपालन विभाग ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों की चिन्हित करके रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। पशुओं की बेहतर चिकित्सा व्यवस्था को लेकर पशुपालन विभाग ने ग्रामीण अंचलों में पशु चिकित्सा केंद्र खोले हुए हैं। पशु चिकित्सा केंद्रो में दवाओं की उपलब्धता के साथ चिकित्सकों की तैनाती की गई।
इसके बावजूद भी क्षेत्र में कुछ अप्रशिक्षित व पंजीकृत लोग खुद को पशु डॉक्टर बताकर पशुओं का इलाज कर रहे हैं। फर्जी डॉक्टर इलाज के नाम पर पशुपालकों से मनमानी रकम वसूल रहे हैं। गलत दावाओं के प्रयोग से कई बार पशुधन की हानि भी हो जाती है। विभाग के मुताबिक झोलाछाप पशु डॉक्टर प्रतिबंधित दवाओ का भी उपचार में इस्तेमाल करते है। ऐसी दवाओ के सेवन से न केवल पशुओं रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। साथ ही कई रोगों से भी ग्रस्त हो जाते हैं। झोलाछाप गलत तरीके कृत्रिम गर्भाधान कर पशुओं को बांझ बना रहे हैं। झोलाछाप डॉक्टर की भरमार है।
बयान- डा0 युगेंद्र कुमार उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी
बीसलपुर में कई झोलाछाप पशु चिकित्सक होने की जानकारी मिली है, उनकी लिस्ट तैयार हो रही है। जल्द ही उन पर कार्रवाई की जायेगी।