दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। ग्राम रोजगार सेवक एकता संघर्ष समिति के नेतृत्व में मनरेगा अधिकारी और कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित मांग पत्र सीडीओ को सौंपा है। मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में मनरेगा अधिकारी व कर्मचारियों ने 8 सूत्रीय मांगों को प्रदेश में लागू करने का उल्लेख किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर में मनरेगा कर्मचारियों को जॉब चार्ट में ग्राम्य विकास के अन्य कार्यों से जोड़ने की घोषणा की है। इसके साथ ही रोजगार सेवक की सेवा समाप्ति का अधिकार उपयुक्त मनरेगा की सहमति पर होगा।
मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र सीडीओ को सौंपा
मनरेगा कर्मचारियों को आकस्मिक अवकाश देने की योजना पर भी मुख्यमंत्री ने घोषणाएं की हैं। इसके बाद ग्राम रोजगार सेवक एकता संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश पीलीभीत के बैनर तले मंडल अध्यक्ष बृज नन्दन सिंह एवं जिला अध्यक्ष अमानत रसूल के नेतृत्व में आठ सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित मुख्य विकास अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह को सौंपा गया।
ग्राम विकास अधिकारी भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण, रोजगार सेवक को दूसरी पंचायत में भी काम करने की छूट, ग्राम पंचायत स्तर पर मानदेय में बढ़ोतरी, आकस्मिक मृत्यु होने पर आश्रित को सेवा में समायोजन, ऐप कटौती की धनराशि मनरेगा कर्मचारियों के उन खाते में भेजने की मांग और ग्राम रोजगार सेवकों को नियमित करते हुए राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग प्रमुख रूप से की गई है। इस मौके पर मुख्य रूप से लक्ष्मी नारायण, संजय कुमार, फहीम मलिक, मदनपाल, मोहम्मद नबी, इस्लामुद्दीन खान, अली मोहम्मद, पूरनलाल, अयोध्या प्रसाद, आदेश कुमार, प्रदीप कुमार आदि शामिल रहे।