पीलीभीत। नेपाली एपीएफ फोर्स के जवान भारतीय ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार करने के मामले में सीमा क्षेत्र पर पनप रहे आक्रोश को कम करने के लिए दोनों देशों के जवानों ने संयुक्त बैठक की, साथ ही दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों को मजबूत बनाए रखने की अपील की है।
भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के थाना हजारा में ग्रामीणों में आक्रोश पनपने के साथ सीमा पर तनाव की बनी हुई है। प्रकरण को संज्ञान लेकर भारत की सुरक्षा एजेंसी सशस्त्र सीमा बल एवं नेपाल की एपीएफ फोर्स ने ग्राम प्रधान एवं ग्रामीणों की मौजूदगी में बैठक बुलाई। विवाद को समाप्त करने के लिए अधिकारियों ने बैठक की है। भारत नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा के सीमावर्ती गांव सिंघाड़ा उर्फ टाटरगंज के ग्रामीण 10,20,50 किलोग्राम गेहूं बेचने के लिए नेपाल के वैवहा पिलर संख्या 29 जाते हैं। जहां नेपाल में तैनात एपीएफ फोर्स के जवान भारतीय ग्रामीणों को रोककर अभद्र व्यवहार व गाली-गलौज करने के साथ मार पीट करते हैं। प्रताड़ित कर वापस भगा देते हैं।
नेपाल एपीएफ फोर्स के जवानों का ऐसा बर्ताव करने से भारतीय ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। सीमा पर तनाव और ग्रामीणों की नाराज़गी को देखते हुए नेपाल सीमावर्ती गांव सिंघाड़ा उर्फ टाटरगंज के राधाकृष्ण मंदिर परिसर में नेपाल एपीएफ फोर्स भारतीय सशस्त्र सीमा बल दोनों तरफ के ग्राम प्रधान बीडीसी व ग्रामीणों की एक बैठक हुई। जहां एपीएफ फोर्स के जवानों द्वारा भारतीय ग्रामीणों के साथ गलत आचरण करने पर चर्चा हुई। उसके बाद भारत नेपाल के बीच रोटी बेटी का संबंध होना बताया गया।
हालांकि प्रकरण अभी पूरी तरह से शांत नहीं हुआ है और अधिकारी दृष्टि बनाए हुए हैं। बैठक में 49वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बीओपी चौकी सिंघाड़ा उर्फ टाटरगंज के प्रभारी निरीक्षक अमरिंदर सिंह, नेपाल एपीएफ फोर्स के निरीक्षक खेमराज उपनिरीक्षक, बुध्दा सिंह प्रधान, गुरदेव सिंह, सतनाम सिंह, बीडीसी गुरमुख सिंह, दलबीर सिंह, पूर्व बीडीसी अमरजीत सिंह, रामपाल, अर्जुन दास, मनोज कुमार, बग्गा सिंह, शमशेर सिंह, अशोक कुमार सहित अन्य दर्जनों लोग मौजूद रहे।