पीलीभीत : बेमौसम हुई बारिश में भीगा हजारों कुन्टल धान, अधूरे थे क्रय केन्द्रों पर इंतजाम

दैनिक भास्कर ब्यूरो

पीलीभीत। पूरनपुर में अचानक हुई बरसात ने किसानों की फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। मंडी में धान क्रय केंद्र पर हजारों कुन्टल धान बारिश के पानी मे बह निकला। क्रय केन्द्रों पर धान को बचाने के लिए कोई संसाधन नहीं थे, इसके बाद किसान बारिश के दौरान त्रिपाल आदि के लिए दौड़ते रहे।

पांच दिन के बाद भी नहीं तोला गया किसानों का धान

सोमवार को बेमौसम हुई बरसात ने किसानों के धान को पूरी तरीके से बर्बाद कर दिया, जिससे किसानों की और भी ज्यादा मुश्किलें बढ़ गई। वहीं किसानों का आरोप है कि एक-एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी क्रय केंद्र प्रभारी अपनी मनमानी चला रहे हैं, धान मानक में होने के बावजूद भी समय से नहीं तौला जा रहा है, धान क्रय केंद्र प्रभारी लगातार अपने मनमानी पर उतारू रहे। किसानों को भारी समस्याओं का सामना उठाना पड़ रहा है, आरोप है कि मंडी प्रशासन की तरफ से बेमौसम हुई बरसात को लेकर किसानों को कोई भी सुविधा नहीं प्रदान की गई, मंडी में नालियों की सफाई न होने से किसानों के बारिश में धान पानी के साथ नालियों में बह गया।

मंडी प्रशासन की तरफ से कोई भी किसानों के लिए ठोस कदम नहीं उठाऐ गये है। जिससे मंडी प्रशासन के विरुद्ध किसानों ने रोष व्याप्त किया है। किसानों का आरोप है कि लगातार केन्द्र प्रभारी की तरफ से टाल- मटोल कर केन्द्र प्रभारीयों ने कहा जाता है कि अभी समय नहीं है बाद में तौल कर ली जायेगी, वहीं किसानों ने बताया कि धान सूखा होने के बाद भी धान को समय से नहीं तौला जाता है। जिसे किसानों के लिए भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बारिश से हुए नुकसान के बाद किसानों के चेहरों पर मायूसी छाई हुई है। इस बे मौसम हुई बरसात ने किसानों की कमर तोड़ दी है, बरसात ने किसानों की धान, सरसों आदि फसलों को क्षती पहुंची है। किसानों के सर पर संकट का खतरा मंडरा रहा है।

गुरविंदर सिंह, किसान नेता

खरीद व्यवस्था बहुत ही खराब है, बरसात होने के बावजूद भी कोई भी अधिकारी देखने तक नहीं आया। मंडी प्रशासन की तरफ से कोई भी किसानों के धान के लिए त्रिपाल की व्यवस्था नहीं की गई। नालियों की भी सफाई नहीं की गई है।

विजय सिंह, किसान
पांच दिनों से मंडी में धान पड़ा हुआ है, धान मानक होने के बाद भी क्रय प्रभारी के द्वारा लगातार टाल-मटोल कर कहा गया अभी समय नहीं है, सोमवार को हुई बारिश में धान पूरी तरह से बेकार हो गया है। मंडी प्रशासन की तरफ से कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है। बरसात में पानी नालियों के ऊपर से पानी के साथ धान बह कर चला गया।

स्वराज सिंह, किसान नेता
धान का सीजन चल रहा है, धान सरकारी क्रय केन्द्रों व आढ़तों पर पड़ा था, बेमौसम हुई बरसात में किसानों का धान बारिश से भीग कर नालियों बह गया। मंडी प्रशासन की तरफ से त्रिपाल की व्यवस्था नहीं की गई है। धान क्रय केन्द्रों के प्रभारी की तरफ से बहाना बनाया जाता है कि वारदाना नहीं है। दो-दो से किसान पड़े हुए हैं, बारिश से धान बेकार हो गया है, मंडी प्रशासन आगे से किसानों के धान के लिए व्यवस्था करवाए।

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