
दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। शारदा नदी के कटान से मुक्ति को लेकर शुरू हुआ धरना 37वें दिन जारी रहा। एक दिन पूर्व हुई बरसात और ओलावृष्टि में हजारों रूपये का नुकसान सहकर भी गांव वालों का हौसला कायम रहा। मंगलवार को दर्जनों बंगाली समाज के लोग धरना स्थल पर पहुंचे और भूख हड़ताल को जारी रहा है। गांव के लोगों में नेताओं के प्रति आक्रोश भी पनप रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की तमाम समस्याओं को लेकर गांव चंदिया हजारा में चंदिया हजारा बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले ग्रामीण क्रामिक भूख हड़ताल कर रहे है। मंगलवार को 37वें दिन भी गांव के लोग मांगों पर डटे रहे। कई बार समस्या के समाधान को अधिकारियों ने आश्वासन दिया था। लेकिन बात नहीं बनी और गांव वालों को मजबूर भूख हड़ताल का निर्णय लेना पड़ा।
नेताओं के प्रति बंगाली समाज में पनप रहा आक्रोश
धरना स्थल पर पीलीभीत सांसद वरुण गांधी भी पहुंच चुके है, उन्होंने समस्याओं का समाधान कराने का भरोसा दिलाया था। फिलहाल समस्याओं का समाधान नहीं हो सका। थाना हजारा क्षेत्र के गांव चंदिया हजारा में शारदा नदी के कटान से परेशान क्षेत्रीय ग्रामीण पिछले काफी लंबे समय से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उसके बावजूद भी उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो सका। सांसद वरुण गांधी ने गांव वालों का समर्थन किया था, इतना ही नहीं भूख हड़ताल पर भी बैठे। उन्होंने सरकार को पत्र लिखकर समस्याओं का समाधान करने की मांग की थी। भूख हड़ताल को 36 दिन बीत जाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
सोमवार को तेज बारिश व ओलावृष्टि में अनशन स्थल भी तहस- नहस हो गया। कुर्सियां आदि टूट गई और काफी नुकसान हुआ। लेकिन इसके बावजूद ग्रामीणों ने 37वें दिन भी भूख हड़ताल जारी रखी। मंगलवार को भूख हड़ताल करने वालों में रविंद्र नाथ सरकार, विशाल मंडल, उमापति मंडल, रामदयाल शर्मा, विजय महालदार, कमलेश राय आदि लोग शामिल रहे।