पीलीभीत। 63.83 लाख की लागत से बनी सड़क चलने के लायक नहीं है और 19 अप्रैल को होने वाले चुनाव में पोलिंग पार्टियों को इसी रास्ते से गुजर कर बूथ स्थल पर पहुंचना होगा।
सड़क पर पोलिंग पार्टी को भी गंदे पानी से ही होकर गुजरना पड़ेगा। वहीं लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता का कहना है कि नालियों की साफ सफाई न होने के कारण नालियों का पानी मार्ग पर आता है जिससे जल भराव की समस्या होती है। फिलहाल विभाग की ओर से भ्रष्टाचार पर पर्दा डाला गया है और समस्या का निराकरण करने की वजह शासन को झूठी आख्या भेजी गई है।
पूरनपुर कलीनगर मार्ग से गांव खाता होते हुए अमरैया कलां के लिए विशेष मरम्मत कर के अंतर्गत शासन के द्वारा 63.83 लाख की धनराशि स्वीकृत हुई थी। करीब ढाई किलोमीटर लंबाई की सड़क को ठेकेदार ने मनमाने तरीके से बनाया और उसके बाद रामकुमार कुशवाहा के घर से ओमकार कुशवाहा के सामने चौराहे तक आधा अधूरा मार्ग बनाकर छोड़ दिया । और नाली निर्माण का कार्य भी आधा अधूरा कार्य भी छोड़कर गायब हो गया।
गांव में पक्के मार्ग पर जगह-जगह पर हो रहे जल भराव को लेकर परेशान ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में ठेकेदार के खिलाफ रोष भी व्याप्त कर रहे हैं। जबकि गांव खाता में 879 मतदाता है। जिनके वोट मत दे स्थल संख्या 71 प्राथमिक विद्यालय खाता में पढ़ते हैं। गांव के मतदाताओं आप प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों ने लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से पहले जल भराव की समस्या एवं अधूरे मार्ग के कार्य को पूरा करने की मांग की थी। वित्तीय वर्ष 2022-23 में शासन से ढाई किलोमीटर लंबी सड़क के लिए 63.83 लाख रुपए की धनराशि विशेष मरम्मत कार्य किया जाना था। लेकिन ठेकेदार ने अपनी मनमानी के चलते नाली निर्माण के अलावा पटरी कार्य को अधूरा छोड़ दिया। छूटे पड़े अधूरे मार्ग को पूरा करने के लिए ग्रामीण कई बार मांग कर चुके हैं। मगर ठेकेदार के आगे अधिकारी भी कार्यवाही करने में कतराते नजर आ रहे हैं। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
शासन को भेजी झूठी आख्या
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राजेश चौधरी ने शासन को झूठी अखियां में लिखा है कि सड़क विशेष मरम्मत कार्य 2023 में पूर्ण कराया जा चुका है। जल भराव की समस्या पर गलत नाली निर्माण को छुपाते हुए साफ-सफाई न होने का कारण दर्शाया है जबकि नाली का निर्माण पूरा नहीं किया गया है