पीलीभीत : चार करोड़ के बंदरबांट की योजना पर फिरा पानी, निरस्त हुए पंचायत निधि के टेंडर

दैनिक भास्कर ब्यूरो

पीलीभीत। बिना टेंडर निकाले चार करोड़ रुपए की भारी-भरकम धनराशि को बंदरबांट करने की सुगबुगाहट लगने पर दैनिक भास्कर ने समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया। इसके बाद अधिकारियों में हड़कंप मचा और आनन-फानन में क्षेत्र पंचायत निधि के टेंडर निरस्त कर दिए गए हैं। साथ ही वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुरू कर दी गई है। जनपद के आकांक्षी ब्लॉक विकासखंड पूरनपुर में क्षेत्र पंचायत निधि में मौजूद 4 करोड़ से अधिक धनराशि को बंदरबांट करने की नियत से अधिकारियों ने टेंडर प्रक्रिया को ठेंगा दिखाते हुए मनमाने तरीके से पड़ोसी जनपद बदायूं में अल्पकालीन निविदा प्रकाशित करा दी। इसके बाद ब्लॉक स्तर के ठेकेदार और कार्यदाई संस्थाओं की आंख में धूल झोंकने के लिए टेंडर की तिथियों में बदलाव कराया गया।

आकांक्षी ब्लाक में अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की लटक रही तलवार

इस भ्रष्टाचार में अधिकारियों ने सरकारी धन का दुरुपयोग करते हुए शासकीय दरों पर अल्पकालीन निविदा का भुगतान करने की भी योजना बना ली। लेकिन 1 दिन पहले ही मामले की भनक लगने पर दैनिक भास्कर में प्रकाशित समाचार शीर्षक ’’क्षेत्र पंचायत निधि में चार करोड़ के घपले की सुगबुगाहट’’ के बाद करोड़ों के मामले को मुख्य विकास अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने गंभीरता से लिया और जांच के लिए डीडीओ हवलदार सिंह को निर्देशित किया। शनिवार को विकासखंड पूरनपुर की क्षेत्र पंचायत निधि वित्तीय गबन करने के उद्देश्य से पड़ोसी जनपद बदायूं में प्रकाशित कराए गए टेंडर को निरस्त करना पड़ा है। फिलहाल अब पूरे मामले की विभागीय जांच शुरू हो चुकी है और वित्तीय अनियमितताओं को लेकर बड़ी कार्यवाही के संकेत है।

धर्मेंद्र प्रताप सिंह, मुख्य विकास अधिकारी का बयान

मामले की जांच कर रहे डीडीओ को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है, टेंडर निरस्त किए गए हैं। वित्तीय अनियमितताओं के मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।

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