प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग समेत पांच टनल का उद्घाटन किया। इसके बनने से 30 मिनट का सफर 5 मिनट में पूरा हो जाएगा, जिससे दिल्ली में जाम से राहत मिलेगी। वहीं टनल उद्घाटन से पहले एक अजीब वाकया हुआ।
उद्घाटन से पहले पीएम मोदी इसी टनल से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे। टनल से आते वक्त वे कुछ मिनट पैदल भी चले। इस दौरान उन्होंने टनल में पड़ी प्लास्टिक की एक बोतल देखी तो खुद ही उसे उठाया और डस्टबीन में डाला।
कोरोना की वजह से टनल निर्माण में लगा समय
अपने संबोधन में मोदी ने कहा- इतने कम समय में इस कॉरिडोर को तैयार करना आसान नहीं था। जिन सड़कों के आसपास यह कॉरिडोर बना है, वे सड़कें दिल्ली की सबसे व्यस्त सड़कें हैं। इस सभी मुश्किलों के बीच कोरोना आ गया। लेकिन, यह नया भारत है। समस्याओं का समाधान भी करता है, नए संकल्प भी लेता है और उन संकल्पों को सिद्ध करने के लिए प्रयास भी करता है।
दिल्ली को मिला केंद्र सरकार की तरफ से उपहार
‘आज दिल्ली को केंद्र सरकार की तरफ से आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का बहुत सुंदर उपहार मिला है।’ हालांकि, उन्होंने तंजभरे लहजे में कहा कि ‘ऐसे काम करो तो जुडिशरी का दरवाजा खटखटाने वाले भी कम नहीं हैं।’ पीएम ने कहा कि ‘दशकों पहले भारत की प्रगति को, भारतीयों के सामर्थ्य, भारत के प्रॉडक्ट्स, हमारी संस्कृति को शोकेस करने के लिए प्रगति मैदान का निर्माण हुआ था। तबसे भारत बदल गया, भारत का सामर्थ्य बदल गया, जरूरतें कई गुणा बढ़ गईं, लेकिन प्रगति मैदान की ज्यादा प्रगति नहीं हुई।’
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि यह नया भारत है। समस्याओं का समाधान भी करता है। नए संकल्प भी लेता है और उन संकल्पों को सिद्ध करने के लिए प्रयास भी करता है। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी में विश्व स्तरीय कार्यक्रमों के लिए ‘स्टेट ऑफ द आर्ट’ सुविधाएं हों, एक्जीबिशन हॉल हों, इसके लिए भारत सरकार निरंतर काम कर रही है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज दिल्ली को केंद्र सरकार की तरफ से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का उपहार मिला है। इतने कम समय में इस कॉरोडोर को तैयार करना आसाना नहीं था। जिन सड़कों के आसपास यह कॉरिडोर बना है, वे सड़कें दिल्ली की सबसे व्यस्त सड़कें हैं।
प्रगति मैदान की ज्यादा प्रगति नहीं हुई-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि दशकों पहले भारत की प्रगति को, भारतीयों के सामर्थ्य, भारत के प्रॉडक्ट्स, हमारी संस्कृति को शोकेस करने के लिए प्रगति मैदान का निर्माण हुआ था। तबसे भारत बदल गया, भारत का सामर्थ्य बदल गया, ज़रूरतें कई गुणा बढ़ गईं, लेकिन प्रगति मैदान की ज्यादा प्रगति नहीं हुई।
जानिए आधे घंटे के सफर में कितनी लगेगी दूरी
इस टनल के खुल जाने से मेरठ एक्सप्रेस वे से होकर इंडिया गेट जाने वाले लोगों की राह आसान होने जाएगी। छह लेन की प्रगति मैदान टनल खुलने से रिंग रोड व इंडिया गेट की आवाजाही सिग्नल फ्री होगी। सफर का यह हिस्सा तीस मिनट की जगह बमुश्किल पांच मिनट में पूरा होगा। इससे प्रगति मैदान की नजदीकी सभी सड़कों की आवाजाही आसान होगी। इन सड़कों से गुजरने वाले लाखों वाहन चालक बगैर जाम में अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे।
गाजियाबाद व नोएडा को भी फायदा
रिंग रोड स्थित प्रगति पावर स्टेशन से शुरू होने वाली करीब 1.6 किमी लंबी टनल नेशनल स्पोर्ट्स क्लब के नजदीक तक पहुंचा देगी। इसका फायदा पूर्वी दिल्ली के साथ गाजियाबाद व नोएडा के लोगों को भी मिलेगा। भैरों मार्ग व मथुरा रोड के जाम में फंसे बगैर वह अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे। वहीं, मथुरा रोड की भी आवाजाही आसान होगी। डीपीएस मथुरा रोड से भगवान दास टी प्वाइंट के बीच के चार सिग्नल हट जाने से आईटीओ चौक पहुंचना भी मिनटों में हो सकेगा।