रविवार को पीएम मोदी रविवार दिल्ली में रेल, मेट्रो और स्वास्थ्य से जुड़ी 12,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 5 जनवरी को दोपहर करीब 12:15 बजे दिल्ली में 12,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह करीब 11 बजे गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से दिल्ली के न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन तक नमो भारत ट्रेन में यात्रा भी करेंगे।
बयान के अनुसार क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने वाले इस अवसर पर प्रधानमंत्री साहिबाबाद और न्यू अशोक नगर के बीच दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर के 13 किलोमीटर हिस्से का उद्घाटन करेंगे, जिस पर लगभग 4,600 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस उद्घाटन के साथ ही दिल्ली को अपनी पहली नमो भारत कनेक्टिविटी मिल जाएगी। इससे दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा काफी आसान हो जाएगी और लाखों लोगों को तेज़ गति और आरामदायक यात्रा के साथ-साथ बेजोड़ सुरक्षा और विश्वसनीयता का लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री दिल्ली मेट्रो फेज-4 के जनकपुरी और कृष्णा पार्क के बीच करीब 1,200 करोड़ रुपये की लागत वाले 2.8 किलोमीटर लंबे हिस्से का भी उद्घाटन करेंगे। यह दिल्ली मेट्रो फेज-4 का पहला खंड होगा जिसका उद्घाटन किया जाएगा। इससे पश्चिमी दिल्ली के कृष्णा पार्क, विकासपुरी, जनकपुरी के कुछ हिस्से और अन्य इलाकों को लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री दिल्ली मेट्रो फेज-4 के 26.5 किलोमीटर लंबे रिठाला-कुंडली खंड की आधारशिला रखेंगे, जिसकी लागत करीब 6,230 करोड़ रुपये होगी। यह कॉरिडोर दिल्ली के रिठाला को हरियाणा के नाथूपुर (कुंडली) से जोड़ेगा, जिससे दिल्ली और हरियाणा के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार होगा। इससे लाभान्वित होने वाले प्रमुख क्षेत्रों में रोहिणी, बवाना, नरेला और कुंडली शामिल हैं, जिससे आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंच में सुधार होगा। एक बार चालू होने के बाद यह विस्तारित रेड लाइन के माध्यम से दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में यात्रा को सुविधाजनक बनाएगा।
पीएमओ के बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नई दिल्ली के रोहिणी में केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान के लिए नए अत्याधुनिक भवन की आधारशिला भी रखेंगे, जिसका निर्माण लगभग 185 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। यह परिसर अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा अवसंरचना प्रदान करेगा। नए भवन में प्रशासनिक ब्लॉक, ओपीडी ब्लॉक, आईपीडी ब्लॉक और एक समर्पित उपचार ब्लॉक होगा, जो रोगियों और शोधकर्ताओं दोनों के लिए एक एकीकृत और निर्बाध स्वास्थ्य सेवा अनुभव सुनिश्चित करेगा।