
एबीवीपी ने दी आंदोलन की चेतावनी मुख्यमंत्री को भेजा पत्र
देहात कोतवाली की पुलिस पर रिश्वत लेकर मामले में नरमी बरतने का आरोप
क़ुतुब अन्सारी
बहराइच। 2 दिन पूर्व अस्पताल चौराहे से पुलिस अधीक्षक आवास को जाने वाले रास्ते पर तेज रफ्तार ट्रैक्टर की चपेट में आकर हुई छात्रा की मौत के मामले में थाना कोतवाली देहात की पुलिस ने आरोपी ट्रैक्टर चालक को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। पुलिस की इस कार्यशैली पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एबीवीपी के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह ने कड़ी नाराजगी जताई है l उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर देहात कोतवाली की पुलिस पर रिश्वत लेकर आरोपी के विरुद्ध यथोचित कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए संपूर्ण प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
मालूम हो कि विगत 4 जनवरी को बाल शिक्षा निकेतन गर्ल्स इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली कक्षा 10 की छात्रा अंतरा लक्ष्मी कॉलेज से निकलकर घर की ओर जा रही थी तभी टीवी क्लीनिक गेट के सामने तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने छात्रा की साइकिल को ठोकर मार दी l इस हादसे में छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई और अस्पताल में उपचार के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक छात्रा के पिता मुन्ना लाल ने बताया कि उन्होंने घटना की तहरीर कोतवाली देहात में दी चालक को स्थानीय लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया l तहरीर में चालक का नाम दिया गया। बाकी अभी पता चला कि चालक के पास वाहन चलाने का लाइसेंस नहीं था ट्रैक्टर पर अभी वाहन नंबर दर्ज नहीं था इतने सबके बावजूद बुधवार 6 जनवरी को सूचना मिली वाहन चालक को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
इस बात की जानकारी होने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की उन्होंने कहा कि यदि बगैर लाइसेंस के सड़कों पर फर्राटा भरते ट्रैक्टर चालक के साथ इसी प्रकार पुलिस की सहानुभूति रहेंगी l तो सड़क हादसों पर बेगुनाहों की मौत को कैसे रोका जाएगा उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा गया है l उन्होंने कहा कि घटना के पीछे यदि किसी भी ताकतवर व्यक्ति का हाथ होगा तो उसे भी बेनकाब किया जाएगा l उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने इस मामले में आरोपी को जेल नहीं भेजा तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा। इस मामले में पुलिस का पक्ष लेने के लिए प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात के सीयूजी नंबर पर संपर्क किया गया जिस पर पहले नंबर व्यस्त बता रहा था और उसके बाद नॉट रिकेबल बताया।











