लखनऊ । पुलिस भर्ती 2013 में अब तक अभ्यर्थियों को शासन द्वारा नियुक्ति न दिए जाने पर सोमवार को प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें कई अभ्यर्थी चुटहिल हुए हैं। इसी मामले में सात अभ्यर्थियों ने जहर खा लिया। गंभीर हालत में उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाद में जिन अभ्यर्थियों की तबियत में सुधार हुआ, उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती 2013 के हजारों अभ्यर्थी सोमवार को आलमबाग स्थित ईको गार्डेन में सुबह से ही प्रदर्शन कर रहे थे। नियुक्ति की मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने विधानसभा मार्ग स्थित पुलिस भर्ती बोर्ड मुख्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया। पुलिस ने जब उन्हें हटाया तो वह विधानसभा मुख्य मार्ग पर पेट्रोल पंप के पास धरने पर बैठे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
अभ्यर्थियों ने मांग की कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपनी समस्या बताऐंगे। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी उग्र हो गए तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। इस दौरान अभ्यर्थी अंकुर शर्मा और उसके दो अन्य साथियों के सिर फट गये। वहीं 20 से अधिक घायल हो गये। लाठीचार्ज के दौरान भदोही निवासी प्रदीप, बुलंदशहर के विक्रांत तेवतिया समेत सात अभ्यर्थियों ने जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत गंभीर होने पर एसोसिएशन के अध्यक्ष अर्जुन यादव ने अपने सहयोगी साथियों की मदद से सभी को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाद हालत सामान्य होने पर कुछ अभ्यर्थियों को डॉक्टर ने डिस्चार्ज कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि 41610 पदों पर उत्तर प्रदेश आरक्षी भर्ती 2013 का अंतिम परिणाम 16 जुलाई 2015 को घोषित किया गया था। इसमें क्षैतिज आरक्षण में त्रुटियों के कारण 3295 पर रिक्त रह गये थे। उसके बाद दोबारा सिपाही भर्ती की प्री-दौड़ और मुख्य परीक्षा दी थी। इसके बाद उनका मेडिकल हुआ था। उधर, भर्ती बोर्ड के अधिकारियों की लापरवाही से गलत आरक्षण देने के कारण 8678 अभ्यर्थी मेरिट में नहीं आ सके। अभ्यर्थियों ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय से सभी पदों को भरने का आदेश शासन को दिया। बावजूद इसके अभी तक अभ्यर्थियों की भर्ती नहीं की गई। जबकि उसके बाद दो और भर्ती प्रक्रिया हो गईं। उन दोनों बैच के सिपाहियों की भर्ती हो गई पर अब तक 2013 बैच में हुई भर्ती प्रक्रिया के अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए अब भी भटक रहे हैं।