
थाना प्रभारी के निजी ड्राईवर व स्टाफ पर लगाया अवैध वसूली का आरोप।
परमिट के बावजूद ट्रैक्टर ट्राली को एमटी एक्ट के तहत सीज करने व छोड़ने के एवज में 20,000 मांगने का भी लगाया आरोप।
गोरखपुर।
जहां सूबे के मुखिया पुलिस विभाग को अल्टीमेटम पर अल्टीमेटम दे रहे हैं वहीं गोला पुलिस अपने कारनामों से सुर्खियो में है। आये दिन चर्चा में रहने वाला थाना गोला एक बार फिर वाॅयरल वीडियो से विवादो में घिर गया है। पूर्व में एक महिला से रिश्वत मांगने का ऑडियो वाॅयरल हुआ था। जिसके बाद थाने पर तैनात चर्चित दरोगा विवेक चतुर्वेदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा और वह अभी तक फरार चल रहे हैं। चंद दिनो पहले ही एक वीडियो और वाॅयरल हुआ जिसमे सेमरी निवासी दिपक तिवारी ने उपनिरीक्षक विवेक शुक्ला पर पैसा लेकर छोड़ने का आरोप लगाया जिसके बाद एसएसपी ने उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया। दो दिन पहले थाना क्षेत्र के ककरही निवासी मिट्टी खनन ठीकेदार छंगेलाल गुप्ता ने अपना खुद का एक वीडियो वाॅयरल किया है और पुलिस पर प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया है। वाॅयरल वीडियो में पीड़ित ने बताया कि गोरखपुर खनन विभाग के द्वारा हमें बीते 29 जनवरी से लेकर 28 अप्रैल तक खनन व ढुलाई करने का परमिट मिला है। भाड़े पर जेसीबी और ट्रैक्टर ट्राली लेकर वह खनन करा रहा है।
चार मार्च को प्रार्थी के द्वारा भाड़े पर लिये गये दो ट्रैक्टर ट्राली से निर्धारित खदान से मिट्टी निकालकर ले जाया जा रहा था जिसे उपनगर के पश्चिमी चौराहे पर थाना प्रभारी व उनके हमराहीयों के द्वारा रोक लिया गया। बाद में ट्रैक्टर ट्राली को छोड़ने के एवज में 20000 रूपये की मांग की गयी। जबकी बार बार परमिट होने की बात कहने पर भी गाड़ी को नहीं छोड़ा गया तथा एमटी एक्ट के तहत दोनो ट्रैक्टर ट्राली को सीज कर दिया गया तथा चालकों को मुचलके पर छोड़ दिया गया। जबकी खनन विभाग में भेजी गयी रिपोर्ट उक्त दोनो ट्रैक्टर ट्राली के चालकों को फरार बता दिया गया। इस मामले को लेकर पीड़ित ने जिलाधिकारी को भी पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।
थाना प्रभारी पर प्राइवेट ड्राईवर से वसूली का लगा आरोप
खनन ठीकेदार ने जिलाधिकारी को लिखे पत्र के माध्यम से सूचित किया कि थाना प्रभारी गोला के सरकारी वाहन को एक प्राइवेट ड्राईवर चलाता है। थाना प्रभारी इसी ड्राईवर से अवैध वसूली करवाते हैं तथा शिकायत करने पर मुकदमा करने की धमकी भी देते हैं।
कौन है वसूली करने वाला ड्राईवर
वर्तमान थाना प्रभारी के द्वारा थाने का प्रभार संभालने के बाद से ही सरकारी ड्राईवर होने के बावजूद यह चर्चा आम है कि वह कौन से कारण हैं जिसके वजह से पुलिस वाहन को एक निजी ड्राईवर चलाता है। यह ड्राईवर आखिर कौन है जो हर वक्त पुलिस वाहन में मौजूद रहता है।










