संभल हिंसा में ‘गोली चलाओ-गोली चलाओ’पर पुलिस की सफाई: बोली-‘भीड़ को डराने के लिए कहा’

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद मामले में हुई हिंसा की जांच में कई खुलासे हो रहें हैं। हिंसा के दौरान का पुलिस के वायरल वीडियो पर मुरादाबाद कमिश्नर ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि वीडियो में अधिकारी ने भीड़ को डराकर नियंत्रित करने के लिए ‘गोली चलाओ-गोली चलाओ’कहा था। कमिश्नर ने बताया कि इस मामले में जो भी कार्रवाई हो रही है वह एविडेंस के आधार पर की जा रही है। सपा सांसद बर्क पर एफआईआर दर्ज करने को लेकर भी उन्होंने पुष्टिकरण दिया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ 19 नवंबर को जुमे की नमाज के दिन बिगड़े हालात को लेकर कार्यवाही की गई है।

दरअसल, संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में पुलिस अधिकारी भीड़ से बोलते नजर आ रहे थे कि गोली चलाओ गोली चलाओ। अब इसपर मुरादाबाद पुलिस कमिश्नर अन्नेजय ने वीडियो की पुष्टि की है। कमिश्नर ने कहा, “एक वीडियो में कहा जा रहा है कि पुलिस ने गोली चलाने के लिए कहा था। लोगों को समझना पड़ेगा कई बार पुलिस लोगों को डराने के लिए ऐसा कहती है। शोर किया गया था कि गोली चलाओ-गोली चलाओ ताकि भीड़ डर जाए। पुलिस गोली मारने के लिए नहीं कह रही थी। प्रशासन का उद्देश्य नहीं रहता कि किसी की जान जाए। अगर सर्वे हो रहा था तो फिर किसी को सिर्फ सर्वे में क्या आपत्ति है।” 

कमिश्नर ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक के बेटे के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर को लेकर कहा, “इन पर जो मामला दर्ज हुआ है वो 19 तारीख को जुम्मे के दिन उनकी जो गतिविधि थी, उसके हिसाब से दर्ज किया गया है। लोगों से पूछताछ के बाद सांसद पर मामला दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि हम साक्ष्य के आधार पर प्रमाणित करेंगे कि इन गतिविधि में इन लोगों की संलिप्तता रही है।”

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