
- धार्मिक प्रतीकों का राजनीतिक इस्तेमाल ठीक नहीं
- पीएम मोदी की ‘हर घर सिंदूर’ पहल पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अंकित सिंह यादव की प्रतिक्रिया
प्रयागराज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशभर में “हर घर सिंदूर” भेजने की पहल को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अंकित सिंह यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था के साथ “राजनीतिक छेड़छाड़” करार दिया है।
अंकित सिंह यादव ने कहा, सिंदूर हमारे सनातन धर्म में विवाह, समर्पण और स्त्री सम्मान का प्रतीक है। यह एक पवित्र धार्मिक प्रतीक है, जिसे राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करना हमारी संस्कृति का अपमान है। भारतीय संस्कृति “वसुधैव कुटुम्बकम्” की भावना पर आधारित है, जिसमें सभी धर्मों और परंपराओं का सम्मान किया जाता है।प्रधानमंत्री को चाहिए कि वे धर्म को एकता और सांस्कृतिक चेतना का माध्यम बनाएं, न कि चुनावी हथियार।
यादव ने कहा कि आस्था का सम्मान तभी होता है जब नीति और नीयत दोनों स्पष्ट हों। क्या हमारी संस्कृति यही सिखाती है कि प्रतीकों को दिखाया जाए और समस्याओं को अनदेखा किया जाए?”
अंकित सिंह यादव ने केंद्र सरकार से अपील की कि भारतीय संस्कृति की रक्षा भावनाओं की राजनीति से नहीं बल्कि न्याय, शिक्षा और समानता के मूल्यों से की जानी चाहिए। संस्कृति केवल परंपरा नहीं, आचरण भी है। यदि नेतृत्व को वास्तव में महिलाओं की गरिमा की चिंता है, तो उन्हें नीति में उसका प्रतिबिंब दिखाना चाहिए, न कि केवल डिब्बों में सिंदूर भेजकर।
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