लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मायावती को प्रधानमंत्री बनाने के लिए कमर कस ली है। इसके लिए वह तरह-तरह के प्रचार भी करने में लग गये हैं। इसके लिए बकायदा कार्यकर्ताओं ने गाने की सीडी बनवानी शुरू की है। इसी सीडी में गाने के बोल हैं, हाथी का बटन दबाएंगे बहन कुमारी मायावती को पीएम बनाएंगे, ऐसा फिर नहीं मिलेगा मौका…।
बसपा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वह विधानसभा बूथवार सम्मेलनों का दौर शुरू करें। इसमें इस कैसेट को सुनाएं और मायावती के मुख्यमंत्री रहते हुए जो भी काम किए गए हैं, उसको लोगों को बताएं। इसके साथ ही केंद्र व राज्य सरकार की खामियों को बताया जाए।
इसमें खासकर दलित हितों की होने वाली अनदेखी को जरूर बताया जाए। उत्तर पद्रेश में लोकसभा उप चुनाव में सपा के साथ गठबंधन के बेहतर परिणाम के कारण बसपा खासी उत्साहित है। मायावती कह चुकी हैं कि भाजपा को रोकने के लिए सीटों के बेहतर बंटवारे पर वह गठबंधन करेंगी। इसीलिए पार्टी कार्यकर्ता भविष्य में होने वाले गठबंधन को लेकर खासे उत्साहित हैं।
बसपा घर-घर जाकर बताएगी भाजपा की कमियां
मायावती ने बसपा कार्यकर्ताओं की एक फौज बनाई है, जो घर-घर जाकर भाजपा सरकारों में अनुसूचित जाति के उत्पीड़न की कहानी तथ्यों के साथ बताएंगे। मायावती के निर्देश पर टीमों का गठन भी हो गया है। भीमा कोरेगांव, रोहित वेमुला से लेकर प्रदेश में हुई तमाम घटनाओं को लेकर पर्चे और किताब भी छपवाए जा रहे हैं।
दरअसल बसपा नेताओं का मानना है कि लोकसभा चुनाव आते-आते भाजपा सभी हिंदुओं को अपने साथ लाने के लिए दलितों को किसी भी तरह अपने साथ लाने की कोशिश करेगी। इसकी शुरुआत केंद्र की मोदी सरकार ने संसद के जरिए एससी/एसटी का नया कानून बनाकर कर भी दी है। इसलिए इससे निपटने के लिए ये अच्छी रणनीति हो सकती है।
हालांकि लोकसभा चुनाव के लिए महागठबन्धन का चेहरा तय नहीं हो पाया है। मायावती दलित के साथ महिला हैं। देश में इंदिरा गांधी के बाद किसी महिला को प्रधानमंत्री बनने का मौका नहीं मिला है। इसलिए बसपा कार्यकर्ता वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मायावती को प्रधानमंत्री के चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले बसपा का मंडलीय सम्मेलन भी शुरू हुआ है।