मुंबई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (19 अक्टूबर) को कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत के स्किल्ड युवाओं की डिमांड बढ़ रही है। बहुत से देश ऐसे हैं जहां सीनियर सिटीजन्स की संख्या बहुत ज्यादा है और बुजर्गों की संख्या बढ़ रही है। वहां ट्रेंड युवा बहुत मुश्किल से मिल रहे हैं।
इस बारे में किए गए सर्वे से पता चला है कि दुनिया के 16 देश करीब 40 लाख स्किल्ड युवाओं को अपने देश में नौकरी देना चाहते हैं। इन देशों में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की कमी है। कंस्ट्रक्शन सेक्टर, टूरिज्म इंडस्ट्री, हॉस्पिटलिटी और ट्रांसपोर्ट जैसे बहुत सारे सेक्टर हैं जहां आज विदेशों में बहुत डिमांड है। PM मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराष्ट्र के 34 जिलों में बनाए 511 प्रमोद महाजन ग्रामीण स्किल डेवलपमेंट सेंटर लॉन्च करने के मौके पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा लंबे समय तक सरकारों स्किल डेवलमेंट को लेकर न चिंता थी न वैसी दूर दृष्टि थी। इसका बहुत बड़ा नुकसान हमारे नौजवानों को उठाना पड़ा। इंडस्ट्री में डिमांड होने के बावजूद, नौजवानों में टेलेंट होने के बावजूद स्किल डेवलपमेंट न होने से युवाओं के लिए नौकरी पाना अत्यंत कठिन हो गया था। ये हमारी सरकार है जिसने युवाओं में स्किल डेवलपमेंट की गंभीरता को समझा है। हमने स्किल डेवलमेंट के लिए अलग मंत्रालय बनाया। हमारी सरकार के स्किल डेवलमेंट सेंटर्स में 1.3 करोड़ युवाओं को ट्रेंड किया गया है।
ग्रामीण युवाओं को मिलेगी स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग
दिवंगत भाजपा नेता प्रमोद महाजन के नाम पर ये सेंटर महाराष्ट्र के 34 जिलों में बनाए गए हैं, जहां ग्रामीण आबादी ज्यादा है। PMO से मिली जानकारी के मुताबिक, ये सेंटर रोजगार को लेकर ग्रामीण युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों की स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग देंगे। हर सेंटर पर कम से कम दो कोर्सेस में 100 युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी।
स्किल डेवलपमेंट पीएम मोदी के लिए एक बड़ा विषय
राज्य के कौशल, रोजगार, उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने 17 अक्टूबर को कहा था- अब तक महाराष्ट्र की 28 हजार ग्राम पंचायतों में कोई भी स्किल डेवलपमेंट सेंटर नहीं था। स्किल डेवलपमेंट पीएम मोदी के लिए एक जरूरी विषय है। इसलिए हमने 500 ग्राम पंचायतों में ये सेंटर शुरू करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि ये सेंटर युवाओं को नौकरी के लिए गांव से शहर जाने से रोकने में मदद करेंगे। भविष्य में ऐसे केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
आखिर कौन थे प्रमोद महाजन
प्रमोद महाजन का जन्म 30 अक्टूबर 1949 को महबूबनगर (तेलंगाना) में हुआ था। उनके पिता टीचर थे। वे शुरुआत से ही राजनीतिक बहसों में आगे रहते थे। उन्होंने स्कूल में कई डिबेट्स भी जीतीं। इसी दौरान वे संघ से जुड़े। उन्होंने पुणे के रानाडे इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म से पत्रकारिता की डिग्री ली थी। इमरजेंसी के दौरान उन्होंने RSS के लिए खूब काम किया। उनकी सक्रियता देखते हुए उन्हें भाजपा में शामिल कर लिया गया। 1983 से 1985 तक वो पार्टी के अखिल भारतीय सचिव थे और फिर 1986 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने।
1984 में उन्होंने अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं सके। इसके बाद, 1996 में अटल विहारी वाजपेयी सत्ता में आए। इस दौरान प्रमोद अपना पहला लोकसभा चुनाव जीते। उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया। हालांकि सरकार केवल 13 दिन ही टिकी। महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना में गठबंधन करवाने में उनकी अहम भूमिका थी। 22 अप्रैल 2006 को उनकी मुंबई के वर्ली स्थित घर में छोटे भाई प्रवीण महाजन ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
PM विश्वकर्मा योजना से 18 व्यवसाय लोगों को बड़ा फायदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना लॉन्च की। इस योजना से 18 व्यवसायों से जुड़े लोगों को फायदा होगा। इसके लिए 13 हजार करोड़ का आउटले (फंड) बनाया जाएगा।