नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “पार्टी में मेहनत से काम करने वालों की कोई कद्र नहीं। यहां ऐसे लोगों को संरक्षण मिल रहा है, जो दूसरों को अपमानित करते हैं और गाली गलौज करते हैं।” उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए उन्होंने गालियां और पत्थर खाए हैं। इसके बावजूद पार्टी में रहने वाले नेताओं ने ही उन्हें धमकियां दीं। जो लोग धमकियां दे रहे थे, वह बच गए हैं।
Deeply saddened that lumpen goons get prefence in @incindia over those who have given their sweat&blood. Having faced brickbats&abuse across board for the party but yet those who threatened me within the party getting away with not even a rap on their knuckles is unfortunate. https://t.co/CrVo1NAvz2
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) April 17, 2019
उनको बिना किसी कार्रवाई के बचा लिया गया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। चतुर्वेदी ने अपने ट्विटर प्रोफाइल से कांग्रेस प्रवक्ता पद को हटा दिया है। उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन फोन बंद होने के कारण संपर्क नहीं हो पाया।
उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले राफेल मुद्दे पर प्रियंका चतुर्वेदी ने मथुरा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी की थी। इसकी शिकायत प्रियंका ने आलाकमान से की थी और कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई भी हुई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कहने पर ये कार्रवाई रद्द कर दी गई थी, जिसके कारण प्रियंका चतुर्वेदी काफी नाराज हुईं और उन्होंने कांग्रेस से त्याग पत्र दे दिया।
पत्र लिखकर पार्टी छोड़ी, कहा-‘अब पार्टी में मेरे काम की कद्र नहीं’
कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा कि पार्टी की विचारधारा और राहुल गांधी के सबको साथ लेकर चलने कि विचार ने उन्हें प्रभावित किया था और इसलिए 10 साल पहले वह पार्टी में शामिल हुईं। प्रियंका ने लिखा, ‘मैं बहुत भरे दिल के साथ आज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रही हूं। पिछले 10 सालों में पार्टी की तरफ से मुझे कई जिम्मेदारी मिली और निजी स्तर पर मैंने बहुत कुछ सीखा। हालांकि, कुछ समय से ऐसा लग रहा था कि पार्टी में मेरे काम की अब कोई कद्र नहीं रही है। मुझे ऐसा लगने लगा कि संगठन के लिए मैं जितना वक्त और बिताऊंगी वह मेरे सम्मान और गरिमा से समझौता होगा।’
बता दें कि मथुरा में कांग्रेस पार्टी के ही कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रियंका चतुर्वेदी से दुर्व्यवहार किया था। हालांकि, उन्हें अपने व्यवहार पर खेद जताने के बाद पार्टी में फिर वापस ले लिया गया। प्रियंका ने इस पर नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया था कि कांग्रेस के लिए अपना खून-पसीना एक करनेवालों के स्थान पर कुछ लंपट आचरण करनेवालों को तरजीह मिल रही है।
टिकट नहीं मिलने से थीं नाराज?
मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि मथुरा घटना के कारण पार्टी छोड़ने से पहले से ही प्रियंका कुछ कारणों से पार्टी से नाराज चल रही थीं। मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि प्रियंका मुखरता से पार्टी का पक्ष लेती थीं और उन्हें इस चुनाव में टिकट मिलने की उम्मीद थी। हालांकि, टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने नाराजगी में पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। प्रियंका के शिवसेना में जाने की भी खबरें हैं।