कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गांधी जयंती के अवसर पर बुधवार को लखनऊ में पदयात्रा की। उनकी इस पद यात्रा में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रियंका की पदयात्रा शहीद स्मारक से प्रारम्भ हुई। वहां से कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पद यात्रा करते हुए वह हजरतगंज में जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पहुंची। वहां उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित किया।
यात्रा के दौरान प्रियंका की प्रतिमा जब हजरतगंज स्थित हनुमान मंदिर से गुजरी तो उन्होंने हनुमान जी को नमन भी किया। यात्रा के दौरान जिला प्रशासन ने प्रियंका को बोलने की अनुमति नहीं दी थी। ऐसे में पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने केवल इतना कहा कि वह संघर्ष करती रहेंगी। प्रियंका की पदयात्रा में पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद भी शामिल थे। इससे पहले प्रियंका गांधी लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे पर पहुंची, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
योगी सरकार के खिलाफ खोला है मोर्चा
सोनभद्र और उन्नाव की तरह ही शाहजहांपुर कांड पर भी कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। पहले शाहजहांपुर से लखनऊ तक पदयात्रा निकालने का प्रयास किया, जिसे पुलिस प्रशासन ने रोक दिया। मंगलवार को हर जिले में धरना प्रदर्शन की घोषणा की गई, लेकिन अचानक आंदोलन की रूपरेखा बदल दी गई। गांधी जयंती पर पहले से जो पदयात्रा प्रस्तावित थी, उसे जनाक्रोश यात्रा नाम दे दिया गया।
दो दिवसीय हो सकता है प्रियंका का प्रवास
पदयात्रा के बाद प्रियंका प्रदेश मुख्यालय पहुंचेंगी। यहां कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगे के आंदोलन की रणनीति पर चर्चा कर सकती हैं। उसके बाद का कार्यक्रम अभी तय नहीं है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि प्रियंका लखनऊ में दो दिन का प्रवास कर सकती हैं। वह यहां या रायबरेली में रात्रि विश्राम कर गुरुवार को शाहजहांपुर जा सकती हैं।