कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को सोनभद्र जाने से रोकने के बाद उन्हें चुनार किले जाने पर क्षेत्राधिकारी से कहा कि बिना वारंट के गिरफ्तारी नहीं होती। यह तो किडनैपिंग है। वहीं क्षेत्राधिकारी हितेंद्र कृष्ण ने कहा कि उनको समझाया कि बगैर वारंट के भी गिरफ्तारी हो सकती है। चुनार गेस्ट हाउस में प्रियंका ने कहा कि वह सोनभद्र में हुई झड़प में मारे गए लोगों के परिवार से मिलने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से जा रही थीं, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक लिया। प्रियंका ने कहा कि वहां जाने से रोकने का लिखित आदेश दिखाया जाए। वह पीड़ितों से मिलने के लिए सिर्फ चार लोगों के साथ भी सोनभद्र जाने को तैयार हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि कानून की जानकारी हमें भी है, किसी भी तरह से मेरे द्वारा उसका उल्लंघन नहीं किया जाएगा।
Mirzapur: Early morning visuals from Chunar Guest House where Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra & party workers have been sitting on dharna. She was detained in Narayanpur by police yesterday while she was on her way to meet victims of Sonbhadra's firing case. pic.twitter.com/8Dl4UaXj4T
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 20, 2019
उन्होंने कहा कि बिना सोनभद्र गए, वे वापस नहीं जाएंगी। हमें क्यों गिरतार किया गया, इस पर कोई भी उत्तर नहीं दे रहा है। बस ऊपर से आदेश हैं, इसका हवाला दिया जा रहा है। यदि धारा 144 लगी है तो मैं तीन लोगों के साथ भी जाने को तैयार हूं। प्रियंका ने कहा कि मैं पीड़ितों के परिवार वालों से मिलकर रहूंगी। मैं गरीबों के लिए यहां आयी हूं। उनको इंसाफ दिलाना चाहती हूं, क्या गरीबों की हत्या के कोई मायने नहीं है? वहीं इस मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित दस कार्यकर्ताओं के खिलाफ उपजिलाधिकारी चुनार ने शांति भंग की कार्रवाई की।
Mirzapur: Priyanka Gandhi Vadra,Congress Gen Secy for UP(East)&party workers continue to sit on dharna at Chunar Guest House.She was detained in Narayanpur by police earlier today while she was on her way to meet victims of Sonbhadra's firing case. pic.twitter.com/VBFjJ29upL
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 19, 2019
ADG Varanasi, Commissnor Varanasi division and other senior Police & Govt officials leaving Chunar Qila at 1.15 am pic.twitter.com/ceyk4Rg2k0
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
प्रियंका गांधी के ट्वीट्स
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया कि यूपी सरकार ने एडीजी वाराणसी बृज भूषण, वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल, कमिश्नर मीरजापुर, डीआईजी मिर्जापुर को मुझे ये कहने के लिए भेजा कि मैं यहां से पीड़ित परिवारों से मिले बगैर चली जाऊं। सब एक घंटे से मेरे साथ बैठे हैं. न मुझे हिरासत में रखने का कोई आधार दिया है न कागजात दिए।
उप्र सरकार ने ADG वाराणसी श्री बृज भूषण, वाराणसी कमिश्नर श्री दीपक अग्रवाल, कमिश्नर मीरजापुर, DIG मीरजापुर को मुझे ये कहने के लिए भेजा कि मैं यहाँ से पीड़ित परिवारों से मिले बग़ैर चली जाऊँ। सब एक घंटे से मेरे साथ बैठे हैं। न मुझे हिरासत में रखने का कोई आधार दिया है न कागज़ात दिए
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
वहीं एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘मैं किसी धारा का उल्लंघन करने नहीं बल्कि पीड़ितों से मिलने आई थी. सरकार के दूतों से कहा है कि बगैर मिले मैं यहां से वापस नहीं जाऊंगी.
मैंने यह स्पष्ट करते हुए कि मैं किसी धारा का उल्लंघन करने नहीं बल्कि पीड़ितों से मिलने आयी थी सरकार के दूतों से कहा है कि बग़ैर मिले मैं यहाँ से वापस नहीं जाऊँगी।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
प्रियंका को योगी सरकार का सुझाव, दुघर्टनाओं पर राजनीति न करे कांग्रेस
सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए अड़ीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर योगी सरकार ने बड़ा हमला बोला है। राज्य सरकार का कहना है कि इस मामले में कांग्रेस खुद दोषी है और हादसा होने के बाद अब दिखावा कर रही है।
प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने शुक्रवार देर शाम एक पत्रकार वार्ता बुलाकर कांग्रेस के नेताओं को सलाह दी कि वे दुघर्टनाओं पर राजनीति न करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार संवेदनशील है। वह इस मामले में हर दोषी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करेगी।
गौरतलब है कि सोनभद्र हत्याकांड को लेकर पूरे प्रदेश की सियासत आज दिन भर गरम रही। विधानसभा में भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में अब तक की कार्रवाई से सदन को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में प्रथमदृष्टया दोषी पाये गये पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है और अब तक 29 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोनभद्र में हुए नरसंहार के पीड़ितों से मिलने आज मिर्जापुर पहुंची तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। प्रियंका को पुलिस हिरासत में लेने के बाद प्रदेश की सियासत और गरमा गई। प्रदेश भर में कांग्रेसियों ने प्रदर्शन प्रारम्भ कर दिया।
प्रियंका गांधी को रोकने पर वाराणसी में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
मिर्जापुर में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा को सोनभद्र जाने से रोकने पर नाराज कांग्रेस कार्यकर्ता शुक्रवार शाम लहुराबीर स्थित आजाद पार्क में जुटे। उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ निशाना साध जमकर प्रदर्शन किया।
धरना में शामिल जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने प्रियंका गांधी को रोके जाने को भाजपा प्रदेश सरकार की तानाशाही बताया। उन्होंने कहा कि सोनभद्र नरसंहार सम्पूर्ण समाज के लिए एक ऐसा कलंक है जिसे छुपाने में सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही। वरिष्ठ नेता शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने जब यह स्पष्ट कर दिया कि वह पीड़ित परिवारों से तीन लोगों के साथ भी मिलने को तैयार हैं तो प्रशासन का इस जिद पर अड़े रहना कि वह मिलने नहीं देंगे यह उनकी सामंतवादी मानसिकता को दर्शाता है। धरना में दिग्विजय सिंह, भूपेंद्र प्रताप सिंह, अनिल श्रीवास्तव अन्नु देवेंद्र सिंह, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, वीरेंद्र कपूर, डॉ. जितेंद्र सेठ आदि शामिल रहे।