नयी दिल्ली। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की महासचिव तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश की पार्टी प्रभारी प्रियंका गाँधी वाड्रा क्षेत्र में अपने चुनावी मिशन की शुरुआत सोमवार को गंगा यात्रा से करेंगी।
इस 140 किलोमीटर की दो दिवसीय नौका यात्रा से पहले एक खुला पत्र लिखकर उन्होंने कहा है कि उनकी कोशिश उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ मिलकर राज्य की राजनीति को बदलने की है। रविवार को लखनऊ पहुँची श्रीमती वाड्रा का आज शाम ही अपने पुश्तैनी शहर इलाहाबाद पहुँचने का कार्यक्रम है। वहाँ से सोमवार को गंगा यात्रा की शुरुआत कर वह मंगलवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के अस्सी घाट में यात्रा समाप्त करेंगी। यात्रा के दौरान जगह-जगह रुककर वह गंगा किनारे बसे गाँवों और शहरों के लोगों से संवाद करेंगी।
कांग्रेस महासचिव ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रदेश की राजनीति में आज एक ठहराव आ चुका है जिससे युवा, महिलाएँ, किसान और मजदूर परेशानी में हैं। वे अपनी बात-अपनी पीड़ा साझा करना चाहते हैं, लेकिन राजनीतिक गुणा-गणित के शोर में उनकी आवाज प्रदेश की नीतियों से पूरी तरह गायब है।
उन्होंने लिखा “मैं इस धरती से आत्मिक रूप से जुड़ी रही हूँ। मैं मानती हूँ कि प्रदेश में किसी भी राजनीतिक परिवर्तन की शुरुआत आपकी बात सुने बगैर-आपकी पीड़ा को साझा किये बगैर नहीं हो सकती है इसलिए सीधा आपसे एक सच्चा संवाद करने मैं आपके द्वार पहुँच रही हूँ।”
श्रीमती वाड्रा ने लोगों को विश्वास दिलाया कि उनकी बातों को सुनकर सच्चाई और संकल्प की बुनियाद पर कांग्रेस राजनीति में परिवर्तन लायेगी और एक साथ मिलकर मुद्दों को हल करेगी।
उन्होंने कहा कि वह जल मार्ग, बस, ट्रेन और पदयात्रा समेत सभी साधनों से लोगों से संपर्क करेंगी। उन्होंने लिखा है “गंगा सच्चाई एवं समानता और हमारी गंगा-जमुनी संस्कृति का प्रतीक है। गंगाजी उत्तर प्रदेश का सहारा हैं। मैं गंगाजी का सहारा लेकर भी आपके बीच पहुँचूँगी।”