शहर में कोरोना संक्रमितों के मिलने का सिलसिला अभी भी जारी है। रोजाना जहां एक या दो केस मिल रहे है वहीं दूसरी तरह मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर को भी कोरोना अपनी चपेट में ले रहा है। सोमवार सुबह मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में मेडिकल कॉलेज के दो सीनियर प्रोफेसर कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। इन दोनों प्रोफेसर को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
रोजाना मिल रहे है नए मामले
रविवार रात जारी की गई सीएमओ की रिपोर्ट के अनुसार शहर में अब सिर्फ 13 एक्टिव केस रह गए है। सीएमओ डॉ नेपाल सिंह ने बताया, रोजाना संक्रमितों की संख्या तो घट रही है लेकिन शहर से अभी पूरी तरह कोरोना संक्रमण गया नहीं है। अभी भी शहर वासियों को सतर्कता बरतनी पड़ेगी और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
जांचे भी घटाई गई
शहर में जहां कोरोना की तीसरी लहर में रोजाना 5 से 7 हजार जांचे हो रही थी उसे स्वास्थ्य विभाग घटा कर सिर्फ दो से ढाई हजार कर दिया है। पिछले 24 घंटों में शहर में जांचों के नाम पर विभाग ने एंटीजन 888 जांच की। वहीँ 1688 सैंपल आरटीपीसीआर के कलेक्ट किए गए। विभाग की सर्विलांस टीम जो घर घर जा कर सैंपल कलैक्ट करती थी उनकी संख्या भी घटा दी गई है। शहर में अब सिर्फ 50 टीमें ही यह सैंपल कलेक्ट कर रही है।
ओपीडी में रोजाना मिल रहे है संक्रमित
शहर की सबसे बड़ी हैलट ओपीडी जहां रोजाना 3 से 4 हजार मरीजों को देखा जाता है वहां रोजाना 2 से 4 संक्रमित पाए जा रहे है। सोमवार को भी तीन लोग की रैंडम जांच करने पर उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया। तीनों मरीज अन्य जिलों के बताए जा रहे है।
कोरोना अस्पताल खाली
हैलट अस्पताल में बने डेडिकेटेड कोरोना अस्पताल में पिछले 15 दिनों से एक भी मरीज भर्ती नहीं हुआ है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय काला से जब हमने पूछा की क्या यह अस्पताल को नॉर्मल मरीजों के लिए कन्वर्ट किया जाएगा, तो उन्होंने कहा, यह शहर का प्रशासन तय करेगा। अभी तक हम लोगों को इसे कन्वर्ट करने की कोई सूचना नहीं मिली है। ऐसे में चौथी लहर को ध्यान में रखते हुए हम लोग इस अस्पताल को ऐसे ही रहने देंगे।