समापन समारोह में संस्था सेव द चिल्ड्रेन के प्रतिनिधियों को सीएमओ ने किया सम्मानित

बहराइच l संस्था सेव द चिल्ड्रेन के सहयोग से निमोनिया प्रबंधन को लेकर जनपद में पायलेट के तौर पर प्रोजेक्ट विश्वास चलाया जा रहा था। जिसके समापन समारोह का आयोजन जनपद के एक निजी होटल में आयोजित किया गया । संस्था की तरफ से निमोनिया प्रबंधन को लेकर किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सस्ती और सुलभ चीजें हमेशा लाभदायक होती हैं। उन्ही में से एक एंटीबायोटिक है एमोक्सीसिलिन। जो सस्ती भी है और सुलभ भी है और निमोनिया के शुरुआती लक्षणों में लाभदायक भी है । जिसे अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को इसकी मात्रा , उपयोग की विधि व उपलब्धता को बढ़ाने में संस्था का विशेष योगदान रहा । यही कारण है कि वर्ष 2019 में संस्था के निजी सर्वे के अनुसार निमोनिया के केस 18.3 फीसदी से घटकर 6.7 फीसदी तक पहुँच गया । इसके लिए संस्था के कार्यकर्ताओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों में निमोनिया किसी भी मौसम में हो सकती है लेकिन ठंड के मौसम में इसका प्रकोप अधिक रहता है । इसके लक्षणों की समय से पहचान कर इसका प्रबंधन किया जा सकता है । इसके लिए संस्था के माध्यम से अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को स्किल लैब के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। जिसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं ।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अजीत चंद्रा जो निमोनिया प्रबंधन के प्रमुख प्रशिक्षक भी हैं उन्होने बताया कि निमोनिया प्रबंधन के लिए जनपद के मेडिकल ऑफिसर ,सीएचओ व आशा और एएनएम को प्रशिक्षित किया गया है। जिसमें मेडकल ऑफिसर को गंभीर निमोनिया का उपचार व आशा और एएनएम को एमोक्सीसिलिन के उपयोग, दवा के रखरखाव के साथ ही साँसों की गिनती करना सिखाया गया । जिसके परिणाम स्वरूप जनपद के दो ब्लॉक पयागपुर व हुज़ूरपुर की आशाएँ आसानी से साँसों की गिनती कर निमोनिया के शुरुआती लक्षणों की पहचान कर लेती हैं।
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जयंत कुमार , डिप्टी सीएमओ डॉ अनिल कुमार , जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश सिंह सहित सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।