मुजफ्फरपुर से सिलीगुड़ी जा रही एक एसी बस पूर्णिया बस स्टैंड के पास डिवाइडर से टकरा गई। इसके बाद बस में आग लग गई। इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 29 से अधिक यात्री घायल हैं, लेकिन पुलिस ने महज एक महिला के मरने की पुष्टि की है। बाकी की घटना की जांच-पड़ताल पुलिस कर रही है।
बस में सवार यात्रियों के अुनसार बस बाया बेगूसराय आ रही थी। हादसा तड़के 3.37 बजे हुआ। बस में आग लगते ही बस धू-धूकर जलने लगी। बस में करीब 55 यात्री सवार थे, जिनमें से 29 लोग घायल हो गए। करीब 12 लोगों को प्रथम उपचार के बाद सदर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जबकि 17 यात्रियों का इलाज चल रहा है। इनमें से अधिकतर लोग बेगूसराय जिले के हैं और कुछेक पटना व सिलीगुड़ी के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
पूर्णिया के एसपी विशाल शर्मा ने मीडिया से फोन पर एक महिला के जलकर मरने की पुष्टि की है। मृतका की शिनाख्त रीना देवी (41) पत्नी श्याम किशोर सिंह निवासी बेगूसराय के रूप में हुई है। न्याय रथ बस सिल्लीगुड़ी जा रही थी। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घायलों ने बताया कि बस में आग लगने के बाद हम हम लोग तो निकल आए, लेकिन 10-12 यात्री नहीं निकल पाए थे। एसपी शर्मा ने बताया कि बस का गेट लॉक हो गया था। किसी तरह तीन जगह से शीशा तोड़कर करीब 35 लोग निकाले गए थे। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
अस्पताल में जो यात्री भर्ती हैं, उनमें बेगूसराय साफापुर निवासी श्याम किशोर, भांजा शुभम, भांजी निशु और उसकी एक बहन शामिल है। इसके अलावा बेगूसराय के प्रेम कुमार दास, जियाउद्दीन, उनकी पत्नी शबाना खातून, पुत्र फैजान (4), साहाबुद्दीन (10), आशियाना कालोनी पटना के अविनाश चौधरी, प्रशांत कुमार, सिल्लीगुड़ी के संतोष कामती, मुजफ्फर पुर महंत मनियारी चौक के जयराम पंडित अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस आगे की कार्रवाई में लगी है।