पुरोला : 16 साल बाद पैदल रवाना हुई कर्ण महाराज की डोली

दैनिक भास्कर समाचार सेवा

पुरोला। सुदूरवर्ती मोरी प्रखंड के सिकतुर व गडूगाड़ पट्टी 43 गांव के ईष्ट देव दानवीर कर्ण महाराज, विशासन महाराज, रेणुका मां एवं शैल्य महाराज की डोलियों के साथ सोमवार सुबह केदारनाथ के लिए देवरा गांव से पैदल रवाना होते हुए यात्रा के तीसरे पड़ाव के लिए पुरोला के रौंन गांव पहुंचे। यात्रा 16 वर्ष बाद शुरू होकर लगभग 800 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर एक माह बाद 15 जून देव डोलियां केदारनाथ धाम पहुंचेगी।

आठ सौ किमी यात्रा कर 15 जून को केदारनाथ पहुंचेंगी देव डोलियां

एक माह की यात्रा के दौरान दानवीर कर्ण महाराज रास्ते मे 25 पड़ाव पार कर कमजोर, बेसहारा एवं निराश्रितों को दान कर आगे बढ़ते रहेंगे। यात्रा में उनके साथ पुत्र बृषकेतु, गुरूमाता रेणुका व शल्य महाराज की डोलियां भी यात्रा के लिये रवाना हुई कर्ण महाराज के साथ पैंसर,पासा, कुनारा, लुदराला,पोखरी,गुराड़ी,कोटगांव,के साठी व पानसाई थोक के 10 पुजारी,6 ब्राह्मण 2 बजीर 2 कंडी वाहक व 4 नाथ लोग पांच व्यवस्थापकों समेत तीन दर्जन गांवों से देवता के अनुयायी पैदल यात्रा में शिरकत कर रहे हैं।

बुधवार को यात्रा के तृतीय दिवस को देव डोलियों ने पुरोला के रौंन गांव में विश्राम किया। बुधवार को रौंन गांव पहुंची देव डोलियों के साथ सुखदेव राणा, कर्ण महाराज के माली मनमोहन नौटियाल, रेणुका के माली गजेंद्र नौटियाल, विशासन महाराज के माली मनोज डोभाल, बजीर सोबत सिंह रांगड़, भंडारी हरदेव रांगड़, जयेंद्र सिंह रावत, पुजारी राजेंद्र प्रसाद नौटियाल, पवन चौहान आदि शामिल रहे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें