झांसी । पुष्पेन्द्र एनकाउंटर मामले अब एक नया मोड़ आ गया है। शक की सुई पुलिस की ओर आ गई है। पुलिस की छवि को बचाने के लिए देर रात जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश कर दिए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस जांच में हकीकत स्पष्ट हो जायेगी कि पुष्पेन्द्र की एनकाउंटर में मौत हुई या फिर पुलिस ने हत्या की है।
गौरतलब है कि शनिवार को मोंठ थाना प्रभारी धर्मेन्द्र चौहान पर जानलेवा हमला करने वाले पुष्पेन्द्र यादव को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया गया। राज्यसभा सांसद डाॅ चन्द्रपाल सिंह यादव समेत अन्य सपाईयों ने इस एनकाउण्टर को फर्जी करार देते हुए खाकी को कटखरे में खड़ा कर दिया। यही नहीं इसके अलावा भी पुलिसिया कार्रवाई पर कई सवाल खड़े किए गए। इसके बाद सोमवार देर शाम जब पोस्टमार्टम हुआ और पुलिस भारी फोर्स के साथ शव को झांसी पोस्टमार्टम घर से मृतक के गांव ले जा रही थी तभी मेडिकल गेट नम्बर 3 के सामने सासंद चन्द्रपाल सिंह समेत अन्य सपाईयों ने रास्ता रोक लिया। जिस पर मामले की नजाकत को समझते हुए जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी ने जांच का आश्वासन दिया था। उसके बाद देर रात जांच अधिकारी अपर जिलाधिकारी बी प्रसाद को नियुक्त करते हुए इस पूरे मामले की मजिस्ट्रीयल जांच कराने का आदेश जारी कर दिये गए।
पोस्टमार्टम के लिए शव पूरे दिन भटकता रहा
पुष्पेन्द्र एनकाउण्टर मामले में पुलिस अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी कुछ अजीब सी नजर आई। छोटी-छोटी घटनाओं पर अपने व्हाट्सएप ग्रुप पीआरओ सेल पर प्रतिक्रिया देने वाली पुलिस पूरे दिन मौन रही। किसी भी अधिकारी के पास कुछ खास जानकारी नहीं रही। जबकि पूरे दिन एसएसपी आरोपों को निराधार बताते नजर आए। वहीं शव को बिना पंचनामा के ही पहले पोस्टमार्टम के लिए मऊरानीपुर भेज दिया गया था। बाद में कुछ घंटों बाद उसे फिर से गुरसरांय मंगा लिया गया। देर शाम शव का पोस्टमार्टम झांसी कराया गया।
यह हुई थी घटना
झांसी के मोंठ थाना प्रभारी धर्मेन्द्र चैहान शनिवार की शाम को अपनी क्रेटा कार लेकर कानपुर से झांसी आ रहे थे। तभी मोंठ थानान्तर्गत बम्रौली तिराहे पर बाइक सवार पुष्पेन्द्र, विपिन और रविन्द्र ने उन्हें रोका और गाली गाली गलौज करने लगे। जिस पर मोंठ थाना प्रभारी ने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट करते हुए तमंचे से थानेदार पर जानलेवा हमला किया। जिसमें वह घायल हो गये। यह देख हमलावर थानेदार की क्रेटा कार क्रमांक यूपी 78 एफक्यू 5678 लूटकर भाग गये थे। बताया जा रहा है कि घटना के बाद वहां से गुजर रहे राहगीर ने थानेदार को घायल देखा तो इसकी सूचना थाने की पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल थानेदार को उपचार के लिए मेडिकल कालेज भेजते हुए इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। जिस पर झांसी एसएसपी ओपी सिंह, डीआईजी सुभाष बघेल और पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल मिठास समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहंुचे।
यह बताया था झांसी एसएसपी ने
घटना स्थल पर पहुंचे झांसी एसएसपी का कहना है कि 29 सितम्बर को मोंठ थानेदार ने खनन से भरी एक ट्रक पकड़ा था। यह ट्रक खनन माफिया पुष्पेन्द्र यादव का बताया गया था। जिस पर थानेदार ने पुष्पेन्द्र यादव के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए कार्यवाही की थी। यह बात पुष्पेन्द्र यादव को नागबार गुजरी और उसने बदला लेने की ठान ली। मोंठ थानेदार जब कानपुर से झांसी आ रहे थे तभी उन पर मोंठ थाना क्षेत्र में हमला कर दिया गया है। जिसमें वह घायल है। उन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। साथ ही हमलावर उनकी के्रटा कार लूटकर भाग गये थे।
रैकी करने के बाद दिया गया घटना को अंजाम
जिस प्रकार थानेदार पर हमला हुआ है, उससे एक बात तो स्पष्ट है कि हमलावरों को इसकी सटीक सूचना दी गई थी कि इस समय मोंठ थाना प्रभारी कानपुर से झांसी आ रहा है। तभी हमलावरों ने योजनबद्व तरीके से मोंठ थाना प्रभारी पर हमला कर दिया और कार लूटकर भाग गये थे।
मोंठ थाने में किया गया है मामला दर्ज
मोंठ थाना प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह चैहान द्वारा कराये गये मुकद्मे दर्ज के अनुसार वह प्राईवेट गाड़ी यूपी-78 एफक्यू 5678 लेकर सिपाही सौरभ सिंह के साथ गश्त कर रहे थे। तभी बम्रौली बाइपास पर मोटरसाइकिल पर सवार विपिन कैलाश और पुष्पेन्द्र निवासी करगवा खुर्द थाना एरच व रविन्द्र वहां पहुंचे। इसके बाद आरोपियों ने थानेदार की गाड़ी के आगे मोटरसाइकिल लगाकर उन्हें रोक लिया। इसके बाद ट्रक पकड़ने को लेकर धमकाते हुए फायरिंग की। जिसमें गोली थानेदार की कनपटी से छूटी हुई निकल गई और वह घायल हो गए। इसके बाद हमलावर कार लूटकर भाग गये।
कई घंटे बाद पुलिस को लगा सुराग
झांसी डीआईजी और एसएसपी समेत पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने कमान संभालते हुए हमलावरो की तलाश शुरु कर दी। तभी पता चला कि हमलावर पुष्पेन्द्र यादव गुरसरांय थानान्तर्गत फरीदा मार्ग पर है। सूचना को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस टीम बताये गये स्थान पर पुहुंची जहां पुलिस टीम को थानेदार की गाडी नजर आई। इसी बीच पुलिस और हमलावर पुष्पेन्द्र यादव के बीच फायरिंग होने लगी। मुठभेड़ के दौरान आरोपी पुष्पेन्द्र यादव को पुलिस की गोली जा लगी। जिससे उसकी मौत हो गई।
मऊरानीपुर पोस्टमार्टम घर किया गया भारी पुलिस बल
मुठभेड़ में ढेर हुए हमलावर पुष्पेन्द्र यादव का शव पुलिस ने कब्जे में लिया। इसके बाद उसे शव को मऊरानीपुर पोस्टमार्टम घर भेजा गया। साथ ही वहां भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। समाचार लिखे जाने तक मृतक पुष्पेन्द्र यादव के परिजन पोस्टमार्टम घर नहीं पहुंचे थे।
घायल थानेदार से मीडिया को रखा दूर
घटना के बाद थानेदार धर्मेन्द्र सिंह चैहान को घायलावस्था में झांसी मेडिकल कालेज लाया गया। जहां भरी पुलिस बल को तैनात किया गया था। इस दौरान घायल थानदेार से मीडिया को दूर रखा गया था।