विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद तीनोंमध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस कायम है. लेकिन मध्य प्रदेश के सीएम के नाम का फैसला करीब-करीब हो गया है। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने कमलनाथ के नाम पर मुहर लगा दी है।भोपाल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नेता चुने गए है. लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पेंच फंसा हुआ है।
कांग्रेस ने ट्वीट कर कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी. बता दें कि दिल्ली में राहुल गांधी के घर हुई मैराथन बैठक के बाद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों भोपाल के लिए रवाना हो चुके हैं. बता दें कि इन दोनों नेताओं के बीच ही मुख्यमंत्री पद की रेस थी. दोनों ही लोकप्रिय नेता हैं और अपनी अलग पहचान रखते हैं. कमलनाथ मध्यप्रदेश के कांग्रेस प्रमुख हैं, तो सिंधिया प्रचार कमेटी के प्रमुख रहे हैं. कमलनाथ की पहचान एक अनुभवी वार्ताकार की रही है, लेकिन सिंधिया मध्यप्रदेश में ज्यादा लोकप्रिय चेहरा रहे हैं. कमलनाथ को दिग्विजय सिंह का भी समर्थन हासिल है तो वहीं, सिंधिया की वजह से कांग्रेस को ग्वालियर, चंबल संभाग में बड़ी जीत मिली है, जिसका उन्होंने दावा भी किया है.
इससे पहले बैठक के बाद राहुल के घर से जाते समय कमलनाथ ने कहा कि सीएम पद पर फैसला भोपाल में होगा. इसके अलावा वह कुछ भी कहने से बचे. वहीं जब ज्योतिरादित्य सिंधिया राहुल के घर से बाहर आए तो उन्होंने कहा, ‘सीएम पद के लिए कोई रेस नहीं है. भोपाल में बैठक के बाद सीएम के नाम का ऐलान किया जाएगा.’ सिंधिया ने कहा कि कुर्सी के लिए कोई दौड़ नहीं है और सभी नेता मध्य प्रदेश की जनता की सेवा के लिए हैं.
राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट अपनी-अपनी दावेदारी जता रहे हैं। जब छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल, टीएस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू और डॉ. चरणदास महंत दावेदार हैं। तीनों राज्यों में जीत के बाद विधायकों की बैठक हुई। विधायकों ने सीएम पद का फैसला पार्टी आलाकमान राहुल गांधी पर छोड़ा है।