नई दिल्ली ।कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के तमाम नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 101वीं जयंती के अवसर पर राजघाट स्थित उनकी समाधि शक्ति स्थल पर पुष्प चढ़ा श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी समेत दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने भी पूर्व प्रधानमंत्री की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवम्बर 1917 को इलाहाबाद में हुआ था।
इंदिरा गांधी देश की अबतक की इकलौती महिला प्रधानमंत्री हैं। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की बेटी इंदिरा का जन्म 19 नवंबर 1917 को हुआ था। 1966 से 1977 और फिर 1980 से 1984 में अपने निधन तक वह प्रधानमंत्री रहीं। वह अपने पिता जवाहर लाल नेहरू के बाद सबसे ज्यादा वक्त तक प्रधानमंत्री रहने के मामले में दूसरे पायदान पर हैं। इंदिरा के शुरुआती राजनीतिक जीवन में विरोधियों ने उन्हें गूंगी गुड़िया नाम देकर उपहास उड़ाया था, लेकिन बाद में उन्हीं को आयरन लेडी के नाम से जाना गया।
इंदिरा गांधी के कार्यकाल में 1971 की जंग में भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह हराया था। पूर्वी पाकिस्तान को पाकिस्तान के दमन और अत्याचार से मुक्त कराने का श्रेय इंदिरा को ही जाता है। 1971 की जंग में पाकिस्तान के करीब एक लाख सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया था। उसी युद्ध के बाद बांग्लादेश का जन्म हुआ। इंदिरा गांधी का कार्यकाल उपलब्धियों के साथ-साथ विवादों के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने ही 1975 में पहली बार आंतरिक कारणों का हवाला देते हुए देश पर आपातकाल थोपा था और राजनीतिक विरोधियों को चुन-चुनकर जेल भिजवाया था। आपात काल को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय माना जाता है। 1977 में आपातकाल हटा लिया गया था। 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी के अंगरक्षकों ने ही उनकी नृशंस हत्या कर दी।