
इंदौर की सोनम रघुवंशी की कहानी अब एक प्रेम-त्रिकोण से निकलकर हत्या और विश्वासघात की कहानी बन चुकी है. करीब एक महीने पहले उसने धूमधाम से राजा रघुवंशी से शादी की थी. परिजन और रिश्तेदार अभी शादी के जश्न से बाहर भी नहीं आए थे कि अचानक राजा की हत्या और सोनम की गिरफ्तारी की खबर ने सबको झकझोर दिया. अब सोनम पर आरोप है कि उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम तक पहुंचाया.
सोनम की गिरफ्तारी के बाद उसका व्यवहार बेहद असामान्य रहा. न तो उसने कुछ खाया, न ही किसी सवाल का सीधा जवाब दिया. पुलिस पूछताछ के दौरान वह सिर्फ इतना कहती रही कि उसे सिर में तेज दर्द है. लगातार ट्रांजिट यात्रा में भी उसने न भोजन लिया, न आराम किया. सोनम की यह चुप्पी पुलिस के लिए चुनौती बन गई है. क्या यह मानसिक दबाव है या कोई पूर्व नियोजित रणनीति?
1500 किमी की यात्रा में सुरक्षा का कड़ा घेरा
सोनम को पुलिस पटना होते हुए कोलकाता के रास्ते शिलांग ले जा रही है. जिस गाड़ी से सोनम को उत्तर प्रदेश से लेकर पटना ले जाया जा रहा है, उसका रूट और हर स्टॉप की निगरानी की जा रही है. यह गाड़ी बिहार के बक्सर से होते हुए पटना पहुंच चुकी है. यूपी पुलिस ने सोनम को बिहार पुलिस को सौंप दिया, जो अब उसकी हवाई यात्रा कोलकाता तक सुनिश्चित कर रही है. सोनम को बिहार पुलिस ने पटना के फुलवारी शरीफ थाना में रख रखा है. दोपहर की फ्लाइट के बाद उसे कोलकाता ले जाया जाएगा. पुलिस के अनुसार, सोनम के भागने या कोई आत्मघाती कदम उठाने की आशंका को ध्यान में रखते हुए हर सुरक्षा पहलू पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
रहस्यमयी किरदार है प्रेमी राज कुशवाहा
सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा इस पूरे केस का सबसे रहस्यमय किरदार बनकर उभरा है. उसने कभी शिलांग कदम नहीं रखा, लेकिन फोन कॉल्स और चैट्स के जरिए पूरे मर्डर की योजना बनाई और उसे नियंत्रित किया. वह लगातार सोनम को निर्देश देता रहा. मिलने वाले लोगों से लेकर हत्या के समय और जगह तक, सब कुछ उसने तय किया. यह तकनीक और भावनाओं के इस्तेमाल से अपराध को अंजाम देने की चौंकाने वाली मिसाल बन रही है.
कॉन्ट्रैक्ट किलर्स ने पैसों के लिए किया कत्ल
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि सोनम और राज ने हत्या को अंजाम देने के लिए कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को पैसे देकर शिलांग बुलाया था. सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ में उन्होंने बताया कि किस तरह से उन्हें संपर्क किया गया, पैसा दिया गया और हत्या के लिए लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराया गया. इससे यह भी स्पष्ट होता है कि यह सिर्फ प्रेम प्रसंग नहीं, एक सुनियोजित मर्डर था.
फरवरी से शुरू हुआ प्लान, मई में मर्डर
सूत्रों के अनुसार, राजा रघुवंशी की हत्या की योजना फरवरी महीने से ही तैयार की जा रही थी. सोनम की शादी होते ही यह तय कर लिया गया था कि राजा को कैसे खत्म किया जाएगा. प्लानिंग के दौरान राज ने सोनम को धीरे-धीरे शिलांग भेजने की रणनीति बनाई, ताकि वह लोकल स्तर पर कोई संदेह पैदा किए बिना हत्या को अंजाम दे सके. हर स्टेप को पहले से फिक्स किया गया था कि कब होटल चेकइन करना है, किस समय राजा बाहर जाएगा और किस मोड़ पर हत्या करनी है.
क्या है तीसरे चेहरे का राज?
पुलिस को शक है कि सोनम और राज के अलावा इस साजिश में एक तीसरा बड़ा चेहरा भी शामिल हो सकता है. यह व्यक्ति संभवतः संसाधन, संपर्क या पैसा उपलब्ध करवा रहा था. कुछ टेक्निकल डाटा और कॉल रिकार्ड्स से संकेत मिले हैं कि एक नाम अभी तक छिपा हुआ है. पुलिस अब सोनम और गिरफ्तार कॉन्ट्रैक्ट किलर्स की मदद से इस तीसरे व्यक्ति की पहचान करने में जुटी है.
सोनम से उगलवाना होगा सच
अब जब सोनम को शिलांग लाया जा रहा है, पुलिस के लिए यह जांच का सबसे अहम मोड़ होगा. उसे जांच एजेंसी के सामने पेश किया जाएगा और गहन पूछताछ होगी. पुलिस के अनुसार, सोनम की चुप्पी को तोड़ने के लिए महिला अफसरों और मनोवैज्ञानिकों की मदद भी ली जा सकती है. हत्या की मंशा, इसके पीछे के रिश्ते, प्रेम-प्रसंग और वित्तीय लेनदेन सभी की परतें सोनम की गवाही से ही खुलेंगी.