आदिवासियों और दलितों बच्चों को स्कॉलरशिप में आय सीमा से जुड़ा सप्लीमेंट्री सवाल पूछने की मंजूरी नहीं देने के मुद्दे पर कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा स्पीकर सीपी जोशी से उलझ गए। स्पीकर और रामनारायण मीणा के बीच जमकर बहस हो गई। रामनाराण मीणा का ओबीसी, एमबीसी और गरीब सवर्णों के बच्चों को स्कॉलरशिप देने में तय आय सीमा और उसे खत्म करने पर सवाल लगा था। सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने सवाल के जवाब में बताया कि स्कॉलरशिप में आय सीमा का प्रावधान खत्म नहीं होगा। इस पर रामनारायण मीणा ने एससी-एसटी के बच्चों की स्कॉलरशिप में आय सीमा को लेकर सवाल पूछा तो स्पीकर ने यह कहकर मंजूरी नहीं दी कि यह इससे रेलिवेंट नहीं है, इसलिए अनुमति नहीं दी जा सकती।
रामनारायण मीणा ने कहा कि सवाल पूछना हमारा प्रिविलेज है। यह नहीं चलेगा। इस पर स्पीकर ने कहा कि मैं इसकी इजाजत नहीं दे सकता। अप्रासंगिक सवाल पूछने की इजाजत नहीं दी जा सकती, यह प्रिविलेज नहीं है, आप सीनियर सदस्य हैं, इस तरह का आचरण कर रहे हैं। इस पर रामनारायण मीणा फिर बोलने लगे। स्पीकर और रामनारायण मीणा के बीच काफी देर तक नोकझोंक चलती रही। नाराज स्पीकर ने रामनारायण मीणा को फटकार लगाते हुए संसदीय कार्यमंत्री से कहा कि यह बर्दाश्त नहीं होगा।
सवाल पूछने के स्कोप पर कंट्रोल, इसी पर विवाद
स्पीकर सीपी जोशी ने प्रश्नकाल के दौरान लगे हुए सवालों पर सप्लीमेंट्री सवाल पूछने के स्कोप पर कुछ कंट्रोल लगाया है। इस पर विवाद है। कई विधायकों को यह गलत लग रहा है। सवाल पूछने को लेकर कई बार विधायक स्पीकर से उलझते रहते हैं। स्पीकर के तेवर भी तल्ख हैं।
स्पीकर के तल्ख तेवरों की चर्चा
स्पीकर सीपी जोशी के तल्ख तेवरों की आजकल सियासी हलकों में चर्चा हो रही है। कल स्पीकर ने सीएम के सलाहकार सयंम लोढ़ा को पुलिस के खिलाफ सदन में नारे लगाने पर मार्शल से बाहर निकलवा दिया था। आज स्पीकर ने कांग्रेस के पांच बार के वरिष्ठ विधायक और पूर्व डिप्टी स्पीकर रामनारायण मीणा को ही फटकार दिया। कई वरिष्ठ विधायकों का तर्क है कि सवाल पूछने का स्कोप सीमित करना गलत है।