
राज्यसभा की तीन सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही पार्टी में घमासान शुरू हो गया है। दिल्ली से लेकर जयपुर तक रविवार रात से ही विरोध शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री के सलाहकार निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने बाहरी नेताओं को टिकट देने पर खुलकर सवाल उठाते हुए विरोध की शुरुआत की है। कई निर्दलीय विधायक भी नाराज बताए जा रहे हैं, हालांकि उन्होंने अभी तक खुलकर रिएक्ट नहीं किया है। बाहरी बनाम राजस्थानी का विरोध बढ़ा तो राज्यसभा में कांग्रेस की तीसरी सीट पर संकट आ सकता है।
कांग्रेस ने महाराष्ट्र मूल के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक, हरियाणा के रणदीप सुरजेवाला और UP के प्रमोद तिवारी को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस के तीनों राज्यसभा उम्मीदवार सोमवार दाेपहर 2 बजे जयपुर पहुंच रहे हैं। 4:30 बजे सीएम निवास पर विधायक दल की अनौपचारिक बैठक रखी है, जिसमें तीनों उम्मीदवारों को विधायकों से मिलवाया जाएगा। मंगलवार सुबह 11 बजे तीनों उम्मीदवार नामांकन दाखिल करेंगे।
सीएम सलाहकार ने पूछा- राजस्थान के किसी नेता को टिकट क्यों नहीं
सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा ने राजस्थान के किसी भी नेता को टिकट नहीं देकर बाहरी नेताओं को राज्यसभा उम्मीदवार बनाने पर सवाल उठाए हैं। लोढ़ा ने ट्वीट कर सवाल उठाया। लोढ़ा ने लिखा-कांग्रेस पार्टी को यह बताना चाहिए कि राजस्थान के किसी भी कांग्रेस नेता/कार्यकर्ता को राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाने के क्या कारण हैं?

राजीव अरोड़ा का पलटवार- आपने ही बाहरी लाने का सुझाव दिया था
संयम लोढ़ा के ट्वीट पर सीएम के नजदीकी कांग्रेस नेता और स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने पलटवार किया। अरोड़ा ने जवाबी ट्वीट किया- मेरे मित्र, अखबारों के अनुसार सबसे पहले आपने ही तीन उम्मीदवार बाहर के लाने की सलाह दी थी,आपकी राय को काफ़ी महत्व मिला लगता है, बस नाम बदल गए। आपको तो प्रसन्न होने चाहिए।

तपस्या में कमी के बहाने तीन नेताओं ने घेरा
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सीधे सवाल उठाते हुए ट्वीट किया- शायद मेरी तपस्या में कोई कमी रह गई। कांग्रेस कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला को पार्टी ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है, राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने खुद की अनदेखी पर नाराजगी जताई है।

इसी तरह एक्ट्रेस और कांग्रेस नेता नगमा ने कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी को टिकट देने पर तंज कसा । नगमा ने लिखा- हमारी भी 18 साल की तपस्या कम पड़ गई इमरान भाई के आगे। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने नगमा को जवाबी ट्वीट करते हुए तंज कसा। कृष्णम ने लिखा- सलमान खुर्शीद तारिक अनवर और आजाद साहब की तपस्या तो 40 साल की है, वो भी शहीद हो गए।
13 निर्दलीयों के अलावा भी जीत के लिए कांग्रेस को एक और वोट की जरूरत
कांग्रेस को तीन सीट जीतने के लिए 123 वोट चाहिए। हर उम्मीदवार को 41-41 वोट जीत के लिए जरूरी हैं। कांग्रेस के खुद के 108 विधायक हैं, इनमें से 6 बसपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले भी हैं। 13 निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा है। एक आरएलडी कोटे के सुभाष गर्ग हैं। यह संख्या 122 ही पहुंचती है। इसके बाद 2 सीपीएम और 2 बीटीपी के विधायक भी पहले गहलोत सरकार को समर्थन और वोट दे चुके हैं। कांग्रेस को तीसरी सीट पर जीत के लिए सीपीएम-बीटीपी में से किसी एक का समर्थन जरूरी है।
नाराजगी से संकट में आ सकती है तीसरी सीट
निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने राजस्थान के उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने पर नाराजगी जताई है। संयम लोढ़ा सीएम के साथ हैं, लेकिन चार से पांच निर्दलीय विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। निर्दलीयों के दो वोट भी खिसक गए तो कांग्रेस का नंबर गेम बिगड़ जाएगा। बीटीपी के दो विधायक हैं। बीटीपी इस बार आदिवासी को टिकट नहीं मिलने पर नाराज है। बीटीपी विधायक राजकुमार रोत पहले ही कह चुके हैं कि आदिवासी को टिकट नहीं दिया तो कांग्रेस को सपोर्ट नहीं करेंगे। सीपीएम का रुख भी साफ नहीं है। ऐसी हालत में कांग्रेस के पास तीसरी सीट जीतने का संख्या बल गड़बड़ा जाता है।














