गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। नेपाल राष्ट्र के पोखरा जिला स्थित कास्की क्षेत्र में पहाड़ी के नीचे 8 जून को मिली 35 वर्षीया महिला की लाश के मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। राखी श्रीवास्तव के रूप में लाश की पहचान होने और एसटीएफ द्वारा गोरखपुर के डाक्टर डीपी सिंह तथा उनके दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिए जाने के बाद नेपाल पुलिस भी अब उन्हें अपने यहां नामजद अभियुक्त बनाएगी।
नेपाल राष्ट्र की पोखरा जिला स्थित कास्की क्षेत्र में पहाड़ी के नीचे 8 जून 2018 को 35 वर्षीय महिला की लाश बरामद हुई थी। लाश की शिनाख्त नहीं होने पर नेपाल पुलिस ने महिला की फोटो के माध्यम से शिनाख्त कराने की कोशिश शुरू की। शिनाख्त न होने पर नेपाल पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने पर कास्की थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। 8 जून से ही राखी के फोन से किसी की बात नहीं हो पा रही थी लेकिन सोशल साइट अपडेट हो रही थी।
इधर गोरखपुर की शाहपुर पुलिस ने राखी श्रीवास्तव के भाई अमर प्रकाश की तहरीर पर 4 जुलाई को उसके पति मनीष सिन्हा के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच ठंडे बस्ते में डाल दी थी। बीएसएफ के जवान मनीष सिन्हा की फरियाद पर डेढ़ माह पहले राखी के गायब होने की जांच एसटीएफ को मिली। एसटीएफ ने नेपाल राष्ट्र की पुलिस से सम्पर्क किया तो कास्की क्षेत्र की पहाड़ी के नीचे अज्ञात महिला की लाश मिलने की जानकारी मिली। नेपाल पुलिस ने फोटो उपलब्ध कराई तो वह राखी की निकली।
इसके बाद एसटीएफ ने नेपाल पुलिस और सर्विलांस की मदद से हत्या की गुत्थी सुलझा ली। इस मामले की जांच में जुटी एसटीएफ ने दाउदपुर निवासी डॉ. डीपी सिंह, शाहपुर के बशारतपुर निवासी प्रमोद सिंह और चिलुआताल क्षेत्र के दहला गांव निवासी देश दीपक निषाद को गिरफ्तार कर हत्या की घटना का सनसनीखेज खुलासा किया था। अब हत्या की गुत्थी सुलझने के बाद नेपाल राष्ट्र की पुलिस भी राखी श्रीवास्तव के हत्या के मामले में नामजद तीनों अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है।
8 जून को पहाड़ी के नीचे लावारिश महिला की लाश मिली थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कास्की थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। शव की पहचान होने के बाद भारतीय पुलिस ने हत्या का खुलासा किया है। इसकी जानकारी मिली है। आवश्यक कार्रवाई पूरी करने के बाद यहां भी मुकदमे में अभियुक्तों को नामजद किया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर भारत सरकार से सम्पर्क कर उन्हें पूछताछ के लिए ले आया जाएगा।
मोहन बहादुर खाड़, डीएसपी कास्की पोखरा नेपाल