अयोध्या में राम मंदिर – अयोध्यावासियों के साथ ही पूरे देश के हिंदुओं को बरसों से राम मंदिर बनाए जाने का इंतज़ार है और उनका ये इंतज़ार खत्म होगा भी या नहीं पता नहीं, क्योंकि ये अब आस्था का नहीं राजनीति का मुद्दा बन चुका है. खैर उत्तरप्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर कब बनेगा ये तो पता नहीं, मगर एक दूसरी अयोध्या में राम मंदिर का काम शुरू हो चुका है.
आप सोच रहे होंगे कि भला यूपी के अलावा और कहां अयोध्या है!
हम आपको बता दें कि जिस अयोध्या की हम बात कर रहे हैं वो थाइलैंड में है. दरअसल, भारत में राम मंदिर का मसला कोर्ट में अटका हुआ है इसलिए राम जन्मभूमि निर्माण न्यास ट्रस्ट ने थाइलैंड में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. ये मंदिर बन रहा है अयुथ्थ्या में.
राम जन्मभूमि निर्माण न्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष के मुताबिक, थाईलैंड के अयुथ्थ्या में भूमि पूजन और पूरे धार्मिक अनुष्ठान के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि बैंकॉक में राम मंदिर का निर्माण होने के बाद भारत विश्वगुरु के रूप में स्थापित हो जाएगा. इससे भगवान राम की विचारधारा का प्रचार-प्रसार भारत के बाहर भी होगा. बैंकॉक में राम मंदिर के निर्माण का काम चाव फ्राया नदी के किनारे होगा, जोकि शहर के बीचोबीच बहती है.
आपको बता दें कि 15वीं सदी में थाईलैंड की राजधानी को अयुथ्थ्या कहा जाता था, जिसे स्थानीय भाषा में अयोध्या कहा जाता है.
गौरतलब है कि भारत में अयोध्या सरयू नदी के तट पर बसी है. ट्रस्ट के अध्यक्ष के मुताबिक, थाईलैंड में अयोध्या के नाम से शहर है और उस शहर के किनारे प्रसिद्ध सोराय नदी के तट पर श्री राम का भव्य मंदिर बनाने को लेकर भूमि पूजन किया गया है. महंत ने बताया कि अप्रवासी भारतीयों के मन में श्री राम का भव्य मंदिर बने इस बात को लेकर भी काफी उत्साह है. उम्मीद की जा रही है कि शीघ्र ही वहां पर भव्य राम मंदिर बन कर तैयार हो जाएगा. अयोध्या में राम मंदिर !
दरअसल, बौद्ध बहुल थाईलैंड में हिंदू धर्म के प्रति भी लोगों में आस्था है.
थाईलैंड के लोग न केवल हिंदू मंदिरों और देवताओं में गहरी आस्था रखते हैं बल्कि अपने राजा को भी राम का वंशज होने मानकर उसे विष्णु के अवतार की संज्ञा देते हैं. थाई संस्कृति एवं साहित्य का रामायण और पुरुषोत्तम राम से इस कदर जुड़ाव है कि यहां के राजा अपने नाम के साथ राम लगाते थे.
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक को महेंद्र अयोध्या भी कहते है.
ऐसा इसलिए कि लोगों का मानना है कि यह इंद्र द्वारा निर्मित महान अयोध्या है. यही कारण है कि थाईलैंड के जितने भी राम ( राजा ) हुए हैं. सभी इसी अयोध्या में रहकर काम करते हैं. 18वीं शताब्दी में जब बर्मा के सैनिकों ने शहर पर कब्जा किया तो एक नया शासक आया जिसने खुद को राम प्रथम कहा और एक शहर की स्थापना की जो आज बैकॉक के नाम से जाना जाता है. इसी राजा ने राम कियेन लिखी जिसे स्थानीय भाषा में रामायण कहा जाता है.
उन्होंने इसे राष्ट्रीय महाकाव्य का दर्जा दिया था.
अयोध्या में राम मंदिर – थाइलैंड में बौद्ध धर्म की आबादी ज़्यादा है बावजूद इसके वहां हिंदू देवी-देवताओं और इससे जुड़े प्रतीक बड़ी संख्या में है. अयोध्या न सही थाइलैंड में ही राम मंदिर बन जाना हिंदुओं के लिए अच्छी खबर है.