राम शिंदे सर्वसम्मति से बने विधान परिषद के अध्यक्ष, ढाई साल से खाली था पद

महाराष्ट्र विधान परिषद ने अपना नया सभापति निर्वाचित कर लिया है। यह पद बीजेपी के पास गया है। बीजेपी के पार्षद विधान परिषद अध्यक्ष चुने गए हैं।

बीजेपी पार्षद राम शिंदे (Ram Shinde) को महाराष्ट्र विधान परिषद का सभापति चुन लिया गया है। राम शिंदे के सभापति बनने की चर्चा पहले से ही चल रही थी। राम शिंदे इसी विधानसभा चुनाव में कर्जत-जामखेड सीट से हार गए थे। उन्हें रोहित पवार ने हराया था।

सभापति के लिए एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने भी दावा ठोका था और वह नीलम गोरहे को स्पीकर बनाना चाहती थी, लेकिन आखिरकार यह पद बीजेपी की झोली में गया। राम शिंदे इससे पहले 2014 में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे हैं जब देवेंद्र फडणवीस पहली बार सीएम बने थे।

बीजेपी की ओर से उम्मीदवारी घोषित करने पर राम शिंदे ने आभार जताते हुए ट्वीट किया था, ‘महाराष्ट्र विधान परिषद अध्यक्ष चुनाव’ मेरी उम्मीदवारी की घोषणा के लिए देश के पीएम नरेंद्र मोदी, राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम अजित पवार, देश के गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, एनडीए, महायुति और सभी नेताओं को हृदय से मैं धन्यवाद देता हूं।”

कर्जत जामखेड से रहे हैं विधायक

55 वर्षीय राम शिंदे 13वीं महाराष्ट्र विधानसभा में कर्जत जामखेड से विधायक रह चुके हैं। हालांकि 2019 और 2024 दोनों चुनावों में राम शिंदे को रोहित पवार से हार का सामना करना पड़ा। इस बार चुनाव में हालांकि हार-जीत का मार्जिन बहुत कम था। रोहित पवार को 127676 वोट पड़े, जबकि राम शिंदे के खाते में 126433 वोट गए थे।

रह चुके हैं कैबिनेट मंत्री

राम शिंदे ने फडणवीस सरकार में गृह मंत्रालय, लोक स्वास्थ्य, कृषि और पर्यटन राज्य मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी। वह अहमदनगर जिले के गार्जियन मिनिस्टर भी रहे हैं। जुलाई 2016 में जब कैबिनेट का विस्तार किया गया तो राम शिंदे को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया  और उन्हें जल-संसाधन मंत्रालय सौंपा गया था।

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