पटना: बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों का लोकसभा चुनाव 2024 पर कोई असर नहीं पड़ने का दावा करने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि मैं जनता का मूड जानता हूं, इसलिए ये कह सकता हूं कि 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की जनता प्रमाणिक आशीर्वाद देगी.
प्रशांत किशोर को रविशंकर प्रसाद का जवाब:
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रशांत किशोर के किसी भी दावे पर वे टिपप्णी नहीं करेंगे. उनको अलग-अलग जगह पर नई पार्टी मिलती है और नए-नए नेता मिलते हैं. जिनके लिए वे प्रचार करते हैं. ये उनका काम है लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि वे कभी नीतीश कुमार के साथ होते हैं, कभी अलग हो जाते हैं. फिर कांग्रेस के लिए काम करते हैं. मैं इतना ही कह सकता हूं कि मैं जमीन पर काम करने वाला कार्यकर्ता हूं और जनता का मूड जानता हूं, देखिएगा 2024 में क्या होगा.
“मैं विश्लेषक पर कोई टिप्पणी नहीं करता, इसलिए उनकी बात छोड़ दीजिए. कभी नीतीश जी के साथ रहते हैं और अलग हो जाते हैं. फिर कांग्रेस के साथ जाने की बात होती है. मैं जमीन पर काम करने वाला कार्यकर्ता हूं और जनता का मूड जानता हूं, देखिएगा क्या होगा”- रविशंकर प्रसाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री
2022 की जीत से 2024 के लिए ट्रेंड सेट?:
बीजेपी सांसद ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि 2024 में नरेंद्र मोदी को देश की जनता प्रमाणिक आशीर्वाद देगी. ये हिंदुस्तान जग गया है. उन्होंने कहा कि आज जो काशी में बाबा विश्वनाथ का मंदिर इतना सुंदर पनपा है, तो क्या दुनिया के हिंदुओं का अच्छा नहीं लगता है. कुछ लोग कैसी-कैसी बातें करते थे, क्या जवाब मिला है. 18 जिलों में बीजेपी ने सारी सीटें जीती हैं. काशी में सभी सीटें जीती हैं और अयोध्या में भी अधिकांश सीटें जीती हैं.
‘झूठ के जाल में न फंसे’ :
Battle for India will be fought and decided in 2024 & not in any state #elections
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) March 11, 2022
Saheb knows this! Hence this clever attempt to create frenzy around state results to establish a decisive psychological advantage over opposition.
Don’t fall or be part of this false narrative.
दरअसल, विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर लिखा था, ‘2024 में भारत के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी और उसका फैसला किया जाएगा न कि किसी राज्य चुनाव के लिए. साहेब (मोदी) यह जानते हैं. इसलिए यह विपक्ष पर निर्णायक मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करने के लिए राज्य चुनावों के आसपास उन्माद पैदा करने का एक शातिर कोशिश है. इस झूठ के जाल में न फंसे.’
PM के बयान के बाद आया PK का बयान:
प्रशांत किशोर ने यह बयान उस वक्त दिया था जब 4 राज्यों में जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि 2019 के लोक सभा चुनावों के बाद कुछ राजनीतिक पंडितों ने दावा किया था कि 2017 के राज्य विधान सभा चुनाव के नतीजों ने ही 2019 के लोक सभा चुनाव के नतीजे तय किये थे. उन्होंने यह भी कहा कि इस बार भी उन्हें यह कहने का साहस दिखाना चाहिए कि 2022 के नतीजों ने 2024 के नतीजे तय कर दिए हैं.