
4 जून 2025… IPL इतिहास का सबसे काला दिन.
RCB ने पहली बार IPL का खिताब जीता—लेकिन उसी जीत का जश्न बन गया 11 परिवारों के लिए मातम का सबब. बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए ‘विजय उत्सव’ के दौरान भगदड़ मच गई. लाखों की भीड़, फ्री एंट्री का ऐलान, विराट कोहली का लाइव आना, और न कोई crowd control mechanism.
11 लोगों की मौत, दर्जनों घायल, FIR दर्ज, और अब RCB पर लटक रही है IPL 2026 से बैन की तलवार.
लेकिन ये कहानी यहीं नहीं रुकती. इस हादसे में अब RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसाले को गिरफ्तार किया गया है. उनके साथ DNA Entertainment के 3 वरिष्ठ अधिकारी भी पुलिस हिरासत में हैं. ये सभी लोग अब न्यायिक हिरासत में भेजे जा चुके हैं, और BCCI व हाईकोर्ट इस पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.
क्या हुआ 4 जून को?
RCB की ऐतिहासिक जीत के बाद KSCA और फ्रैंचाइज़ी द्वारा मिलकर एक ‘विजय उत्सव’ रखा गया.
आयोजकों ने सोशल मीडिया पर फ्री एंट्री और विराट कोहली की उपस्थिति का एलान किया.
किसी तरह की crowd control planning नहीं थी.
ना बैरिकेडिंग, ना इमरजेंसी गेट, ना ऐम्बुलेंस…
परिणाम? भीड़ बेकाबू हुई, भगदड़ मची, 11 लोग कुचलकर मर गए.
अब तक क्या-क्या हुआ?
बेंगलुरु पुलिस ने RCB फ्रैंचाइज़ी, KSCA, इवेंट आयोजकों और स्थानीय पुलिस अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की है.
5 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है, जिनमें शहर के पुलिस कमिश्नर भी शामिल हैं.
RCB ने FIR को ‘गलत और भ्रामक’ बताते हुए कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है.
BCCI ने साफ कहा है कि “ये एक फ्रैंचाइज़ी द्वारा आयोजित इवेंट था और हम इसे लेकर नई गाइडलाइंस पर काम कर रहे हैं.
FIR और गिरफ्तारियां
FIR में RCB फ्रैंचाइज़ी, KSCA, DNA Entertainment और पुलिस अधिकारियों के नाम शामिल.
RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसाले को बेंगलुरु एयरपोर्ट से तब गिरफ्तार किया गया जब वे मुंबई भागने की कोशिश कर रहे थे.
उनके साथ गिरफ्तार हुए DNA के तीन वरिष्ठ सदस्य: सुनील मैथ्यू, सुमंथ एसपी और किरण कुमार.
सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
पुलिस का आरोप है कि इन्होंने बिना अनुमति के इवेंट प्रचार किया और भीड़ को जानबूझकर उकसाया.
RCB का बचाव
RCB ने कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए कहा कि:
उन्हें जानबूझकर इस मामले में घसीटा जा रहा है.
आयोजक (DNA) और सुरक्षा का जिम्मा KSCA का था.
उन्होंने किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया.
वहीं KSCA के सचिव और अध्यक्ष को कोर्ट से अंतरिम राहत मिल चुकी है, बशर्ते वे जांच में सहयोग करें.
BCCI की चुप्पी टूटी
BCCI सचिव देवाजीत सैकिया ने कहा- We cannot be a silent spectator … At some stage BCCI will have to do something. It was a private affair of RCB, but we at the BCCI are responsible for cricket in India and we will try to ensure such incidents do not recur in फ्यूचर, यानि अब BCCI इस मामले को lightly नहीं ले रहा.
क्या RCB पर IPL 2026 से बैन लग सकता है?
BCCI ने फिलहाल कोई आधिकारिक बैन की घोषणा नहीं की है, लेकिन पूरे क्रिकेट इकोसिस्टम में चर्चा गर्म है. सोशल मीडिया पर “#BanRCB” ट्रेंड कर रहा है, और रिपोर्ट्स बता रही हैं कि BCCI इस मामले में दंडात्मक कार्रवाई पर विचार कर रहा है.
हालांकि, IPL के इतिहास में अब तक फ्रैंचाइज़ियों पर बैन केवल मैच फिक्सिंग और भ्रष्टाचार जैसे गंभीर मामलों (जैसे CSK और RR पर 2015 में) में लगे हैं. लेकिन यह मामला पब्लिक सेफ्टी और क्रिमिनल नेग्लिजेंस से जुड़ा है – जिसकी कानूनी और नैतिक गंभीरता कहीं अधिक हो सकती है.
IPL का ‘Fan Safety Clause’ क्या कहता है?
BCCI के ‘Fan Parks’ और अन्य फ्रैंचाइज़ी-आयोजित इवेंट्स के लिए सख्त सुरक्षा मानक. फ्रैंचाइज़ी द्वारा आयोजित किसी भी non-matchday इवेंट—जैसे फैन्स मिलन, विजय जुलूस, Fan Parks—के लिए IPL और BCCI के स्पष्ट नियम हैं:
Risk Assessment & Structural Clearance:
Risk Assessment Report अनिवार्य है, जिसे सर्टिफाइड इंजीनियर द्वारा प्रमाणित किया जाना चाहिए
Evacuation Plan:
भीड़ नियंत्रण, बैरिकेड्स, इमरजेंसी एग्ज़िट गेट और मेडिकल सुविधा सुनिश्चित करना ज़रूरी, इवेंट से पहले Evacuation Plan (निकासी योजना), आपातकालीन रास्ते और एंबुलेंस की व्यवस्था अनिवार्य है
Crowd Control Mechanism:
CCTV Surveillance, पुलिस की उपस्थिति और वॉलंटियर्स की टीम अनिवार्य है
₹20 करोड़ का Public Liability Insurance:
इवेंट के लिए कम-से-कम ₹20 करोड़ की Public Liability Insurance अनिवार्य है, बिना सुरक्षा प्रमाणपत्र के इवेंट आयोजित करना IPL आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है
BCCI Approvals:
ऐसे किसी भी इवेंट के लिए BCCI की पूर्व अनुमति आवश्यक.
इस केस में इन सभी का उल्लंघन सामने आया है. इस केस में, सूत्रों के अनुसार, ना तो सही निकासी व्यवस्था थी, ना ही मेडिकल टीम, ना ही भीड़ प्रबंधन की कोई रचना – जो सीधा IPL की फैन सेफ्टी पॉलिसी का उल्लंघन है.
RCB का IPL चैंपियन बनने का सपना एक भयानक नरसंहार में बदल गया है. ये सिर्फ एक जश्न नहीं था, ये जन सुरक्षा की घोर उपेक्षा का उदाहरण बन गया है. BCCI अब इसे एक केस स्टडी बना सकती है कि कैसे भीड़ प्रबंधन और आयोजन जिम्मेदारी को लेकर क्रिकेट फ्रैंचाइज़ियों को जवाबदेह बनाया जाए.
RCB का भविष्य अब सिर्फ उसकी बैटिंग और बॉलिंग पर नहीं, बल्कि अदालतों और बोर्ड रूम के फैसलों पर टिका है.
IPL 2026 में मैदान में RCB होगी या नहीं—इसका फैसला आने वाले हफ्तों में तय होगा